बाघिन पकड़े जाने के 15 दिन बाद सीतापुर में पकड़ा गया बाघ, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
सीतापुर के महोली में वन विभाग की टीम ने नरनी में बाघिन के पकड़े जाने के पंद्रह दिन बाद एक बाघ को पकड़ने में सफलता पाई। बाघ को ट्रैंकुलाइज करके वन उद्यान इलसिया ले जाया जा रहा है। डीएफओ के अनुसार बाघ को छोड़ने के बारे में वरिष्ठ अधिकारियों से सलाह के बाद निर्णय लिया जाएगा।

जागरण संवाददाता, सीतापुर। महोली के नरनी में बाघिन पकड़े जाने के पंद्रह दिन बाद रविवार देर शाम एक बाघ को वन विभाग की टीम ने पकड़ने में सफलता प्राप्त की है। ट्रैंकुलाइज कर बाघ को पकड़ने के बाद उसको वन उद्यान इलसिया ले जाया जा रहा है। डीएफओ ने बताया कि बाघ काे छोड़े जाने को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों से विचार-विमर्श के बाद निर्णय लिया जाएगा।
नरनी में 22 अगस्त को खेत में सौरभ दीक्षित उर्फ रवि पर बाघ ने हमला कर दिया था, जिसमें उनकी मौत हो गई थी। इसके अलावा अन्य स्थानों पर भी बाघ की सक्रियता देखी गई थी। पशुओं पर भी हमला किया था। दहशतजदा ग्रामीण खेतों की ओर जाने और बच्चों को स्कूल भेजने से कतरा रहे थे।
इसके बाद वन विभाग, डब्ल्यूटीआई सहित 45 सदस्यीय वनकर्मियों की टीम बाघ की तलाश में जुटी थी। इसके लिए विभिन्न स्थानों पर ट्रैप कैमरे लगाए जाने के साथ मचान भी बनाए गए थे और ड्रोन से भी निगरानी की जा रही थी।
20 सितंबर को वन विभाग की टीम ने एक बाघिन को ट्रैंकुलाइज कर पकड़ा था, जिसे गोरखपुर चिड़ियाघर में रखा गया है। रविवार को बाघ पकड़े जाने के बाद ग्रामीण को राहत मिली है, लेकिन शावकों को पकड़ा जाना अब भी चुनौती बनी हुई है।
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