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    गोबरहिया नाले में डूबने से तीन बच्चों की मौत

    नहाने गए थे रामपुर मथुरा के चार बचे चौथा पहुंचा घर। गांव कनरखी गांव के पास से गुजर रहा नाला घर से निकले थे सुबह।

    By JagranEdited By: Updated: Mon, 18 Jul 2022 12:48 AM (IST)
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    गोबरहिया नाले में डूबने से तीन बच्चों की मौत

    सीतापुर : घाघरा नदी से निकले गोबरहिया नाले में नहाने उतरे तीन बच्चों की मौत हो गई। इनके साथ आया एक अन्य बच्चा भी था जो सकुशल घर पहुंच गया है।

    रामपुर मथुरा में रहने वाले राजेंद्र का बेटा अमित (10) साथी ललित पुत्र गया प्रसाद (11), श्याम सुंदर पुत्र केशन (9) व अमन पुत्र रमेश(10) के साथ रविवार की सुबह गोबरहिया नाले में नहाने गए थे। गांव कनरखी के पास नाले में नहाते समय तीन बच्चे गहरे पानी में डूब गए। ग्रामीणों ने तलाश शुरू की तो तीनों के शव बरामद हो गए। फिर अमन की तलाश शुरू हुई। काफी देर बाद पता कि वह अपने घर पहुंच गया है। अमन घटना के संबंध में कुछ नहीं बता रहा है।

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    एसडीएम, महमूदाबाद मिथिलेश त्रिपाठी ने बताया कि गोबरहिया नाले में डूबकर तीन बच्चों की जान गई है। जांच-पड़ताल की जा रही है। पीड़ित परिवारजन को आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाएगी।

    साथ खेले-पढ़े, हादसे के समय भी नहीं छूटा साथ

    रामपुर मथुरा प्रतिनिधि के अनुसार गोबरिहया नाले में डूबे तीनों बच्चे घनिष्ठ मित्र थे। पढ़ने और खेलने के साथ ही ज्यादातर समय एक-दूसरे के साथ ही बिताते थे। किसी को क्या पता था अनहोनी में भी तीनों एक-दूसरे का साथ निभाएंगे। बहरहाल, समय के चक्र ने तीनों को एक-दूसरे से जुदा कर दिया। तीन परिवारों की खुशियां भी चली गई हैं।

    गोबरहिया में नाले में डूबकर जान गंवाने वाला अमित छह बहनों का इकलौता भाई था। परिवार की माली हालत भी अच्छी नहीं है। मेहनत-मजदूरी से परिवार का भरण-पोषण होता है। परिवारजन के अनुसार अमित, ललित और श्यामसुंदर एक ही स्कूल में पढ़ते थे। पास-पड़ोस में रहने की वजह से स्कूल जाना भी साथ में ही होता था। खेलते समय भी तीनों दोस्त साथ नजर आते थे। रविवार की सुबह नाले में नहाने भी सभी साथ गए थे।

    भाइयों में सबसे छोटे थे ललित और श्यामसुंदर :

    गोबरहिया नाले में डूबकर जान गंवाने वाला श्यामसुंदर पुत्र केशन दो भाइयों में सबसे छोटा था। चंचल स्वभाव की वजह से वह परिवार में सबका प्रिय था। केशन के परिवार की हालत बहुत अच्छी नहीं है। दो बीघे जमीन से ही परिवार का भरण-पोषण होता है। यही हाल ललित के परिवार का है। वह भी तीन भाइयों में सबसे छोटा है। हादसे के बाद परिवार में मातम का माहौल है।

    परिवारजन को मिलेगी आर्थिक मदद :

    हादसे की खबर पाकर एसडीएम मिथिलेश त्रिपाठी और सीओ रविशंकर प्रसाद मौके पर पहुंचे थे। एसडीएम ने बताया कि मृतकों के परिवारजन को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी। इसकी प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।