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    Smart Meter से अलग धनराशि के मिल रहे तीन-तीन बिल, पर्ची देख उलझ जा रहे उपभोक्ता

    Updated: Thu, 25 Sep 2025 06:51 PM (IST)

    सीतापुर में स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं को बिल संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। समय पर बिल न मिलना और गलत बिल आना आम बात हो गई है जिससे लोग परेशान हैं। कई मीटर अभी तक फीड नहीं हुए हैं और कुछ मीटर लापता भी हैं। अधिकारी समस्या का समाधान करने का आश्वासन दे रहे हैं पर उपभोक्ताओं की परेशानी कम नहीं हो रही।

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    स्मार्ट मीटर में एक कनेक्शन में तीन बिल से उलझ गए उपभोक्ता।

    संवाद सूत्र, सीतापुर। स्मार्ट मीटर की व्यवस्था को लागू करने का उद्देश्य उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना था, लेकिन इससे उलट हो रहा है। उपभोक्ताओं को समय से बिल ही नहीं मिल पा रहे हैं या फिर एक कनेक्शन धारक को अलग-अलग धनराशि के तीन-तीन बिल भुगतान के लिए भेजे जा रहे हैं।

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    परेशान उपभोक्ता इन बिल को दुरुस्त कराने के लिए बिजली कार्यालय के चक्कर लगाने में उलझ कर रह गए हैं। जिले में अब तक 42,132 उपभोक्ताओं के स्मार्ट मीटर लगाया जा चुका है।

    इसमें सीतापुर वितरण खंड 24,511 उपभोक्ताओं के मीटर लग चुके हैं। उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगने के बाद अब उनको बिजली का बिल समय से नहीं मिल पा रहा है।

    बिल न मिलने से उपभोक्ता बिजली कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। उपभोक्ताओं की शिकायत के बाद भी बिजली अधिकारी समाधान करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं।

    अब तक 632 मीटर नहीं किए गए फीड

    पोलारिस कंपनी की ओर से उपभोक्ताओं के घर स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। अब तक करीब 632 उपभोक्ता ऐसे हैं जिनके मीटर फीड ही नहीं हो सके हैं।इसके चलते उपभोक्ताओं को बिजली का बिल भी नहीं मिल पा रहा है। बिल न आने से उपभोक्ता परेशान है। वह मीटर कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं।

    अब तक विभाग को नहीं मिले गायब हुए 276 मीटर

    उपभोक्ताओं के घरों से उतारे गए 443 मीटर गायब हो गए थे। इसके बाद सहायक अभियंता मीटर व अवर अभियंता ने पोलारिस कंपनी के अधिकारियों पर नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था।

    मुकदमा दर्ज होने के बाद 167 मीटर तो वापस कर दिए हैं, लेकिन अभी भी 276 मीटर विभाग को नहीं मिल सके हैं। इसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की भी आशंका है।

    अहाता कप्तान में पिता रामकिशोर के नाम बिजली कनेक्शन है। करीब चार माह पहले स्मार्ट मीटर लगाने दिया गया है। इसके बाद न तो रीडिंग लेने कोई आया और न ही बिल दिया गया। अब तीन अलग-अलग बिल भुगतान के लिए आ रहे हैं। टेक्ट मैसेज में बिल 3572 रुपये, वाट्सएप पर 4560 और प्रिंट बिल पर्ची पर 2556 रुपये आया है। -नितिन कुमार, अहाता कप्तान।

    तीन माह पहले घर में स्मार्ट मीटर लगाया गया है। स्मार्ट मीटर लगने से पहले करीब 1500 रुपये बिजली बिल आ रहा था। अब एक माह का 10,000 रुपये का बिल आ गया है। बिल सही कराने के लिए कई बार बिजली कार्यालय भी गए पर कोई निस्तारण नहीं हो पा रहा है। -अशोक दीक्षित, रोटी गोदाम।

    एक कनेक्शन पर तीन अलग-अलग भुगतान किस तरह हाे गया है। इसकी जानकारी करवाकर दुरुस्त करवाएंगे। साथ ही मीटर रीडरों को उपभोक्ताओं को समय से सही बिल देने के निर्देश दिए जाएंगे। -ललित कृष्ण-अधीक्षण अभियंता-बिजली।