छह दिन की बेटी को सरायन नदी में फेंका
सीतापुर : पिता ने छह दिन की बेटी को सरायन नदी में फेंक दिया। वह, तीसरी बेटी के जन्म से नाराज था। खबर मिली तो पुलिस गांव पहुंच गई। जांच-पड़ताल में नवजात की मौत का पता चला। पिता और परिवारजन ने बीमारी से मौत हो जाने पर जल में प्रवाहित करने की बात कही। हालांकि, जल प्रवाह की बात पुलिस और ग्रामीणों के गले नहीं उतर रही है। फिलहाल पुलिस की जांच जारी है। जड़ौना में रहने वाले रईस पुत्र रामप्रसाद उर्फ परसादी की पत्नी ने पांच दिन पहले लखीमपुर अस्पताल में बेटी को जन्म दिया था। रईस, पत्नी और बेटी को लेकर घर आ गया। सोमवार की सुबह रईस ने नवजात को सरायन नदी में फेंक दिया। बेटी को फेंकने की खबर पर धीरे-धीरे आसपास के गांवों में चर्चा शुरू हो गईं। ग्रामीणों की भीड़ नदी के किनारे जमा हो गई। नवजात का शव बरामद नहीं हुआ। उधर, रईस ने नवजात की बीमारी से मौत की बात कहनी शुरू की। सूचना पर थानाध्यक्ष बृजेश त्रिपाठी गांव पहुंचे। बेटी को नदी में फेंकने की पड़ताल की और परिवारजन व ग्रामीणों के बयान दर्ज किए। तीसरी बेटी के जन्म से नाराज था रईस ग्रामीणों का कहना है कि पिता रईस तीसरी बेटी के जन्म से नाराज था। इस वजह से नदी में फेंक दिया। वहीं, रईस का कहना है कि नवजात बीमार थी। बीमारी से मौत के बाद उसका जल में प्रवाहित किया गया। जलप्रवाह कहानी ग्रामीणों और पुलिस के गले नहीं उतर रही। वर्जन नवजात को नदी में फेकने की जानकारी पर जड़ौना गए थे। रईस और अन्य ग्रामीणों से बात की गई। नवजात की मौत बीमारी से होना बताया जा रहा है। मामले में किसी ने तहरीर नहीं दी है। फिलहाल जांच की जा रही है। - बृजेश त्रिपाठी, थानाध्यक्ष,
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