Updated: Wed, 24 Sep 2025 03:42 PM (IST)
सीतापुर जेल से आजम खान की रिहाई के दौरान प्रशासन ने सख्ती बरती। किसी भी सपा नेता को जेल परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया गया। अतीक अहमद का हमशक्ल मिलने आया जिसे देखने के लिए भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने ड्रोन कैमरे से निगरानी रखी और यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर कई वाहनों के चालान किए।
जागरण संवाददाता, सीतापुर। पूर्व मंत्री आजम खां को लेकर सरकार का रुख आगे भी सख्त रहने वाला है। यह रिहाई के दौरान प्रशासन की सख्ती से साफ हो गया है। प्रशासन ने एक भी नेता और सपा कार्यकर्ता को जेल परिसर में पैर नहीं रखने दिया।
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सपा जिलाध्यक्ष छत्रपाल यादव, विधायक अनिल वर्मा, पूर्व मंत्री रामहेत भारती, पूर्व विधायक अनूप गुप्त, सपा के रामपुर जिलाध्यक्ष अजय सागर, आजम खां के करीबी आसिम राजा और अमित शर्मा आदि के साथ रामपुर, मुरादाबाद व शाहजहांपुर के समर्थक मंगलवार सुबह से ही जेल परिसर के आसपास एकत्र हो गए थे, लेकिन पुलिस ने किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी।
धौरहरा सांसद आनंद भदौरिया और सीतापुर सांसद राकेश राठौर नहीं पहुंचे। इसकी चर्चा भी रही। सांसद आनंद ने बताया कि उन्हें बुखार है। उधर, आजम की रिहाई में अर्थदंड की रसीद का अड़ंगा लग गया। वहीं, समय के साथ ही धूप ने भी तल्ख तेवर दिखाने शुरू कर दिए। ऐसे में कई सपा नेता व कार्यकर्ता जेल के करीब स्थित अनूप गुप्त के घर चले गए।
एक-एक करके समर्थकों को हटाया दूर
पुलिस ने जेल परिसर के करीब दो सौ मीटर के दायरे को सपा नेता और कार्यकर्ताओं से विहीन कर दिया था। सिर्फ आसपास के रहने वाले लोग और मीडियाकर्मी को ही रुकने दिया गया। खासकर, कुर्ता-पायजामा पहने लोगों पर पुलिस की विशेष नजर थी और ड्रोन कैमरे से भी निगरानी की गई।
चर्चा में रहा अतीक का हमशक्ल
अतीक अहमद के हमशक्ल रामपुर के कादिर आजम खां से मिलने सीतापुर आए थे। उन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई। भीड़ जुटती देख पुलिस ने कादिर को वहां से हटा दिया गया। सुरक्षा की कमान सीओ सिटी विनायक गोपाल भोसले ने संभाली।
बेतरतीब खड़े किए वाहन, 30 के चालान
रामपुर से बड़ी संख्या में आजम के समर्थक सीतापुर पहुंचे थे। इसके चलते जेल रोड पर यातायात प्रभावित हो रहा था। सड़क पर बेतरतीब वाहन खड़े किए गए थे। सीओ सिटी विनायक गोपाल भोसले के निर्देश पर यातायात निरीक्षक फरीद अहमद ने 30 वाहनों के चालान किए। वहीं, मुरादाबाद की सांसद रुचि वीरा को कारागार जाते समय पुलिस ने रोक लिया।
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