पराली जलाने पर प्रशासन सख्त, सीतापुर में छह किसानों लगाया पर जुर्माना
सीतापुर में पराली जलाने पर प्रशासन सख्त हो गया है। छह किसानों पर जुर्माना लगाया गया है। वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने यह कदम उठाया है। किसानों को पराली न जलाने की चेतावनी दी गई है, उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

जागरण संवाददाता, सीतापुर। धान के अवशेष (पराली) को खेत में न जलाने को लेकर तहसील प्रशासन की ओर से किसानों को जागरूक करने के साथ ही कार्रवाई भी की जा रही है।
इसी क्रम में खेत में धान की पराली जलाने पर छह किसानों पर जुर्माना लगाया गया है। लेखपाल व राजस्व निरीक्षकों को पराली जलाने की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए निगरानी करने के साथ ही किसानों को जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं।
उप जिलाधिकारी बाल कृष्ण सिंह ने बताया कि खेत में पराली जलाए जाने की घटनाओं में लेखपालों व कृषि विभाग के कर्मचारियों ने स्थलीय निरीक्षण कराया जा रहा है।
खेत में पराली जलाए जाने पर मझिगवां के चंद्रभाल सिंह पर पांच हजार, जबकि देवरिया के राम नक्षत्र सिंह, कहारपुर के मोहनलाल, अतरौली के फूलचंद्र, मितौरा के रामलखन, मोहम्मदपुर कदीम के छंगालाल पर ढाई ढाई हजार रुपये जुर्माने की कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने किसानों से अपील की है कि धान की फसल काटते समय जड़ से कटवाएं। फसल अवशेष को न जलाएं क्योंकि पराली जलाने से प्रदूषण फैलता है जो कि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इतना ही नहीं खेत में पराली जलाए जाने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति कम हो जाती है। इसलिए किसान स्वयं खेत में पराली जलाने से बचें और अन्य को जागरूक करें।
लेखपालों को दिए गए निर्देश
एसडीएम ने उक्त गांवों के राजस्व निरीक्षकों एवं लेखपालों को निर्देश दिए गए हैं कि अपने-अपने क्षेत्र में पराली न जलाने के संबंध में मुनादी कराएं। सभी विकास खंड अधिकारियों को भी निर्देश दिया गया है कि अपने ब्लाक के सभी ग्राम विकास अधिकारी एवं ग्राम पंचायत सहायको को भी निर्देशित करें पराली न जलाने को लेकर लोगों को जागरूक करें।

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