सीतापुर में 432 बीघा शत्रु संपत्ति कराई गई मुक्त, गृह मंत्रालय भेजी जाएगी रिपोर्ट
सीतापुर के बिसवां में शत्रु संपत्ति पर अवैध कब्जा करने वालों पर प्रशासन ने कार्रवाई की है। पुरैना गांव में 432 बीघा शत्रु संपत्ति को मुक्त कराया गया, ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, सीतापुर। शत्रु संपत्ति पर अवैध कब्जा करके आर्थिक फायदा उठाने वालों पर प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। शुक्रवार को बिसवां के पुरैना गांव में 432 बीघा की शत्रु संपत्ति को मुक्त कराया। कब्जेदारों ने गेहूं की फसल बो रखी थी। प्रशासन ने फसल को जोतवा दिया। जिलाधिकारी की ओर से इसकी रिपोर्ट गृह मंत्रालय भेजी जाएगी।
दिलदार खां और वसी अहमद समेत गांव के करीब 15 लोग शत्रु संपत्ति घोषित हो चुकी 432 जमीन पर खेती कर रहे थे। शुक्रवार उपजिलाधिकारी शिखा शुक्ला के नेतृत्व में पहुंची टीम ने नापजोख शुरू की। गाटा संख्या 506, 519, 520, 518, 517, 501 व 791 पर अवैध कब्जा मिला। इस पर गेहूं और सरसों की फसल बोई थी। टीम फसल को जोतवाने लगी तो ग्रामीण विरोध करने लगे।
वह महमूदाबाद एस्टेट से सदियों का संबंध होने की बात कहने लगे। कहा, उनके पुरखे भी इस जमीन पर खेती करते थे। बहरहाल, ग्रामीणों की दलीलों का राजस्व टीम पर कोई फर्क नहीं पड़ा। फसल को जोतकर जमीन को कब्जा मुक्त करा दिया गया। उपजिलाधिकारी ने रिपोर्ट जिलाधिकारी डा. राजा गणपति आर. को भेज दी है। जिलाधिकारी इसकी रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजेंगे।
खुली बोली लगाकर लीज पर उठेगी जमीन : कब्जामुक्त कराई गई शत्रु संपत्ति को लीज पर उठाया जाएगा। इसके लिए गृह मंत्रालय की अनुमति पर बोली लगाई जाएगी। करीब दो वर्ष पहले रामपुर मथुरा में 200 बीघा जमीन कब्जा मुक्त कराई गई थी। इसे खुली बोली लगाकर लीज पर उठाया जा चुका है।
गृह मंत्रालय ने शत्रु संपत्ति को कब्जे में लेना शुरू कर दिया है। ग्रामीणों ने शत्रु संपत्ति की जमीन पर गेहूं, सरसों आदि फसलें बोई थीं। फसलों को जोतवाकर जमीन को कब्जे में ले लिया गया है। रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी गई। जिलाधिकारी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेजेंगे।
- शिखा शुक्ला, उप जिलाधिकारी-बिसवां।

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