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    कौन हैं काजल और सोनी? जिन्हें मिला राम मंदिर ध्वजारोहण समारोह का न्यौता, जिले के 65 लोगों को किया गया आमंत्रित

    Updated: Mon, 24 Nov 2025 12:05 PM (IST)

    अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा आयोजित ध्वजारोहण समारोह में विभिन्न समाज के मुखिया, संत और किन्नरों को आमंत्रित किया गया है। सीतापुर जिले से 65 लोगों को न्योता भेजा गया है, जिसमें सोनी किन्नर और काजल किन्नर भी शामिल हैं। वे इस निमंत्रण को प्रभु श्रीराम की विशेष कृपा मान रही हैं। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने निमंत्रण पत्र वितरित किए।

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    जगदीप शुक्ल, सीतापुर। अयोध्या में मंगलवार को आयोजित होने वाले ध्वजारोहण समारोह को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र दिव्य व भव्य बनाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। व्यवस्थाओं से लेकर निमंत्रण देने में भी इसका ध्यान रखा जा रहा है। इस आयोजन का साक्षी बनने के लिए विभिन्न समाज के मुखिया के साथ ही संत व किन्नरों को भी न्यौता भेजा गया है।

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    जिले के 65 लोगों को इस विशिष्ट आयोजन का साक्षी बनने के लिए आमंत्रित किया गया है। इसमें बिसवां की सोनी किन्नर और सिधौली की काजल किन्नर भी शामिल हैं। इस विशिष्ट आयोजन का न्यौता मिलने को यह प्रभु श्रीराम की विशेष कृपा और आशीर्वाद मान रही हैं। यह निमंत्रण कार्ड विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने इन लोगों तक पहुंचाए हैं।

    विश्व हिंदू परिषद के अवध प्रांत के प्रसार प्रमुख विपुल प्रताप सिंह ने बताया कि भगवान श्रीराम सबके हैं। इसलिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से ध्वजारोहण समारोह में विभिन्न जातियों के विशिष्टजन के साथ ही किन्नर व संतों को भी निमंत्रित किया गया है।

    विहिप के कार्यकर्ताओं ने तीर्थ क्षेत्र की ओर से भेजे गए निमंत्रण पत्रों को संतों में शिवा गोस्वामी व बेचेलाल प्रजापति के साथ ही सोनी व काजल किन्नर सहित सभी 65 लोगों तक पहुंचा भी दिए हैं। इनमें कृष्ण कुमार प्रजपति, राम नरेश पाल, डा. जगदीश कन्नौजिया, वेदानंद वर्मा, महेंद्र बंगाली, वेद प्रकाश जायसवाल, कुलदीप अर्कवंशी, मूलचंद भार्गव, विजय लाला, नीरज गौतम आदि शामिल हैं।

    ध्वजारोहण समारोह का निमंत्रण पाकर मन गदगद है। यह प्रभु श्रीराम की विशेष कृपा व आशीर्वाद है। रामलला का दर्शन-पूजन करके स्वयं को धन्य करेंगे।

    -सोनी किन्नर, बिसवां।

    श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा का भी निमंत्रण मिला था। तब नहीं जा पाए थे। इसके बाद तीन-चार बार प्रभु के दर्शन को अयोध्या जा चुके हैं। ध्वजारोहण समारोह का साक्षी बनना मेरा सौभाग्य होगा।

    -काजल किन्नर, सिधौली।