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    सांसद बनते ही एक्टिव हुए राकेश राठौर, खाकी के खिलाफ खोला मोर्चा; ASP को करनी पड़ी दखल- ये है माजरा

    बड़ी संगत के महंत बरजंग मुनि से विवाद के मामले में नाबालिग बालिका को हिरासत में लिए जाने से नाराज नवनिर्वाचित सांसद राकेश राठौर ने खैराबाद थाने में धरना दिया। बालिका को छोड़े जाने की मांग की। अपर पुलिस अधीक्षक प्रकाश कुमार ने बालिका को छोड़ने का भरोसा दिया। सांसद ने बालिका को न छोड़ने पर नगर के आंबेडकर पार्क में आमरण अनशन पर बैठने की चेतावनी दी।

    By Jagran News Edited By: Aysha Sheikh Updated: Fri, 14 Jun 2024 06:54 PM (IST)
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    सांसद बनते ही एक्टिव हुए राकेश राठौर, खाकी के खिलाफ खोला मोर्चा; ASP को करनी पड़ी दखल- ये है माजरा

    जागरण संवाददाता, सीतापुर। बड़ी संगत के महंत बरजंग मुनि से विवाद के मामले में नाबालिग बालिका को हिरासत में लिए जाने से नाराज नवनिर्वाचित सांसद राकेश राठौर ने खैराबाद थाने में धरना दिया। बालिका को छोड़े जाने की मांग की। अपर पुलिस अधीक्षक प्रकाश कुमार ने बालिका को छोड़ने का भरोसा दिया। सांसद ने बालिका को न छोड़ने पर नगर के आंबेडकर पार्क में आमरण अनशन पर बैठने की चेतावनी दी। सांसद ने बताया कि पुलिस के जवाब का इंतजार किया जा रहा है।

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    बजरंग मुनि ने गुरुवार शाम को जानलेवा हमले का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी। इसमें खैराबाद पुलिस ने कस्बे के अतीक, लईक, सलमान, ताज, अफताब और अयान पर एनसीआर लिखी थी। पुलिस ने शुक्रवार सुबह अतीक के परिवार की बालिका फलक को हिरासत में ले लिया। इसकी खबर सांसद राकेश राठौर को लगी और वह समर्थकों के साथ थाने पर पहुंच गए।

    उन्होंने थानाध्यक्ष नीरज सिंह से वार्ता करने की कोशिश की, लेकिन थानाध्यक्ष ने उन्हें समय नहीं दिया। ऐसे में वह थाने के सामने धरने पर बैठ गए। इसकी सूचना मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी प्रकाश कुमार मौके पर पहुंचे और सांसद से वार्ता की। सांसद राकेश राठौर ने कहा कि छात्रा का नाम एनसीआर में नहीं है। इसके बावजूद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है। बालिका पढ़ाई कर रही है। उसके करियर का सवाल है।

    सांसद बोले थानाध्यक्ष ने नहीं उठाया फोन

    सांसद ने पुलिस पर उपेक्षा का आरोप लगया। बताया, बालिका को किस जुर्म में हिरासत में लिया गया यह जानकारी करने के लिए उन्होंने थानाध्यक्ष खैराबाद को फोन लगया, लेकिन उनका फोन नहीं उठा। ऐसे में उन्हें थाने आना पड़ा। थाने आने पर भी थानाध्यक्ष मुखातिब होना जरूरी नहीं समझा। उन्होंने बताया कि पुलिस भेदभाव पूर्ण व्यवहार कर रही है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।