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    सीतापुर में तेंदुए की सूचना से ग्रामीण में दहशत का माहौल, नील गाय पर किया हमला

    Updated: Thu, 18 Sep 2025 04:49 PM (IST)

    सीतापुर के रामगढ़ में तेंदुआ देखे जाने से ग्रामीणों में दहशत है। बेसौली गोआश्रय स्थल में तेंदुआ दो बार घुस चुका है। कोदिकापुर गांव में तेंदुए ने नीलगाय पर हमला किया जिससे वह घायल हो गई। वन विभाग क्षेत्र में तेंदुए की तलाश कर रहा है। अधिकारियों के अनुसार नीलगाय कटीले तारों से घायल हुई है। वन विभाग लोगों को सतर्क रहने की सलाह दे रहा है।

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    मंझा और गंगोय में दिखा तेंदुआ दिखने से हड़कंप।

    संवाद सूत्र, रामगढ़ (सीतापुर)। सीतापुर में तेंदुआ आने की सूचना से गांव के लोग दहशत में आ गए। गोआश्रय स्थल बेसौली में तेंदुआ दो बार घुस चुका है। वहीं, अलग-अलग गांवों में कई बार देखा जा चुका है। बुधवार को तेंदुआ ने बेसौली के पड़ोसी गांव कोदिकापुर में नीलगाय पर हमला कर दिया।

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    वहीं, मंझा और गंगोय गांव तेंदुआ देखा गया। वन विभाग की ओर से क्षेत्र में कांबिंग की जा रही है। कोदिकापुर की घटना को लेकर वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि खेतों में लगे कटीले तार से नीलगाय घायल हुई है।

    मंझा और गंगोय दोनों पड़ोसी गांव है। बुधवार सुबह ग्रामीण खेतों की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान उन्हें तेंदुआ दिखा। ग्राम प्रधान गया प्रसाद सूचना पर वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची। वनकर्मी अनिल यादव, सुनील त्रिपाठी, नीरज आदि ने कांबिंग की।

    बारिश के चलते तेंदुए के पगचिह्न स्पष्ट नहीं हो सके। वहीं, दूसरी तरफ कोदिकापुर में तेंदुआ ने नीलगाय पर हमला किया। ग्रामीणों के शोर मचाने पर तेंदुआ भाग गया। बेसौली के आसपास मार्च से घूम रहा है। दो सितंबर को वह गांव के गोआश्रय स्थल में घुस गया था और बछड़े को घायल कर दिया था।

    इसके बाद 14 सितंबर की रात तेंदुआ फिर से गोआश्रय स्थल में घुस गया था। घटना सीसी कैमरा में कैद हो गई है। इसका वीडियो भी प्रसारित हो रहा है। उधर, विधायक सिधौली मनीष रावत ने बेसौली गोआश्रय स्थल का निरीक्षण भी किया।

    चौखड़िया में नील गाय का शव मिला

    पिसावां के चौखड़िया गांव में बुधवार सुबह नील गाय का क्षत-विक्षत शव मिला। ग्रामीण जंगली जानवर की ओर से शिकार किए जाने आशंका व्यक्त कर रहे हैं। ग्राम प्रधान आमिर की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची।

    चारों तरफ गन्ना की फसल होने के चलते पगचिह्न नहीं मिल सके हैं। वनकर्मियों ने कांबिंग करके सतर्क रहने का सुझाव दिया।

    नहीं दिखी बाघ की सक्रियता

    महोली क्षेत्र में बुधवार को बाघ की सक्रियता नहीं दिखी। दो दिन पहले नरनी गांव में वन विभाग ने बाघ को ड्रोन कैमरा में कैद किया था। वहीं, उसे पकड़ने के लिए जाल भी बिछाया गया, लेकिन कवायद धरी की धरी रह गई।

    बेसौली गांव के पास तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया गया है। अब तक उसे पकड़ा नहीं जा सका है। कोदिकापुर की घटना में नीलगाय कटीले तार से घायल हुई है। -सिकंदर सिंह, वन क्षेत्राधिकारी, मिश्रिख।