यूपी में फार्मर रजिस्ट्री के मामले में पहले स्थान पर है यह जिला, 74.61 फीसदी किसानों का हुआ रजिस्ट्रेशन
उत्तर प्रदेश के सीतापुर में किसान पंजीकरण में अव्वल है, जहां 74.61% किसानों का पंजीकरण हो चुका है। यह पंजीकरण किसानों को सरकारी योजनाओं जैसे बीज, खाद और फसल बीमा का लाभ पहुंचाने के लिए किया जा रहा है। सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रयासरत है, और यह पंजीकरण उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

74.61 फीसद किसान पंजीकरण के साथ सीतापुर अव्वल।
संवाद सूत्र, सीतापुर। फार्मर रजिस्ट्री पंजीकरण में सीतापुर प्रदेश में अव्वल है। जिला 74.61 फीसद किसानों का पंजीकरण कराकर पहले स्थान पर है। बस्ती 74.27 के साथ दूसरे व रामपुर जिला 70.50 फीसद पंजीकरण के साथ तीसरे स्थान पर है।
सीतापुर में पांच लाख 31,064 किसान निधि के वास्तविक लाभार्थी हैं। इनमें से चार लाख 23,876 किसानों ने पंजीकरण करा लिया है। अब सीतापुर में केवल 25.39 फीसद किसान पंजीकरण को शेष बचे हैं। बस्ती में तीन लाख 14,476 में से दो लाख 55,386 किसानों ने पंजीकरण कराया है।
रामपुर जिले में दो लाख 45,154 में से एक लाख 99,279 किसानों ने फार्मर रजिस्ट्री का पंजीकरण कराया है। जौनपुर छह लाख 29,991 में से चार लाख 86,043 के साथ तीसरे व बिजनौर तीन लाख 14,908 में से दो लाख 45,965 पंजीकरण कराकर पांचवें स्थान पर है। पूरे प्रदेश में अभी तक 53.53 फीसद किसानों ने फार्मर रजिस्ट्री के लिए पंजीकरण कराया है।
किसान निधि की अगली किस्त दिसंबर तक किसानों के बैंक खाते में भेजी जानी है। किसान निधि पाने को किसानों का फार्मर रजिस्ट्री में पंजीकरण कराना अनिवार्य किया गया है। इसके लिए कृषि विभाग किसानों को जागरूक कर रहा है कि वह पंजीकरण करा लें। तभी उनको प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की अगली किस्त दी जाएगी। इसको लेकर पंजीकरण में तेजी आई है। फिर भी पूरे प्रदेश में अभी लगभग 46 फीसद किसानों का पंजीकरण होना शेष है।
शासन स्तर से कृषि विभाग को निर्देशित किया गया है कि वह लगातार किसानों को पंजीकरण के लिए प्रेरित करें। जिससे शत प्रतिशत किसान पंजीकरण करा लें। जिससे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से किसी किसान को वंचित न होना पड़े।

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