पत्रकार राघवेंद्र हत्याकांड: पुलिस की मौजूदगी में हुआ दोनों शूटरों का अंतिम संस्कार, छोटे भाई ने दी मुखाग्नि
सीतापुर में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए संजय तिवारी उर्फ शिब्बू उर्फ अकील और राजू तिवारी उर्फ रिजवान का गोपालघाट पर अंतिम संस्कार किया गया। नोएडा से आए छोटे भाई राहुल ने मुखाग्नि दी। परिवारजन ने शव को सुपुर्दगी में ले लिया था। मृतकों की मां और पत्नी मुस्लिम होने के बावजूद अंतिम संस्कार पर चर्चा होती रही।

जागरण संवाददाता, सीतापुर। पुलिस मुठभेड़ में गुरुवार को ढेर हुए संजय तिवारी उर्फ शिब्बू उर्फ अकील और राजू तिवारी उर्फ रिजवान का शुक्रवार की सुबह पुलिस व एसडीएफ की उपस्थिति में गोपालघाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया।
मुखाग्नि नोएडा से आए छोटे भाई राहुल ने दी। इससे पहले गुरुवार की देर शाम हरदोई, नोएडा और लखनऊ से कोतवाली पहुंचे परिवारजन ने शव को सिपुर्दिगी में ले लिया था। हालांकि, दिल्ली में रह रही संजय की पत्नी चांदनी नहीं आई।
दोनों के बदमाशों के बहन रन्नो व बहनोई तौहीद लखनऊ के मड़ियांव में रहते हैं। मां नजमा, छोटा भाई राहुल, राजू का बेटा राजा नोएडा व राजू उर्फ रिजवान की पत्नी अंजली उर्फ सरवरी हरदोई के शाहाबाद में रहते हैं।
राहुल नोएडा में रहकर टैक्सी चलाने का कार्य करता है। भाइयों के मौत की जानकारी मिलने पर वह मां के साथ सीतापुर पहुंचा। महिला बुर्का पहने हुए थीं। अंतिम संस्कार करने के बाद परिवारजन और रिश्तेदार लौट गए। उधर, मृतकों की मां व पत्नी मुस्लिम होने के बावजूद अंतिम संस्कार किए जाने को लेकर भी चर्चाएं होती रहीं।
यही होना था हश्र
परिवारजन ने मीडियाकर्मियों से तो कोई बात नहीं की, लेकिन आपस में घटना को लेकर चर्चा करते जरूर दिखे। वह बोले-ऐसे कार्य करने वालों का यही हश्र होना था।

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