ग्रामीणों को दगा दे गई आई स्पर्श योजना
सीतापुर : कुछ वर्ष पूर्व पोखराकलां, खपूरा व मीरानगर गांवों में विकास कार्यो के लिए आई-स्पश्
सीतापुर : कुछ वर्ष पूर्व पोखराकलां, खपूरा व मीरानगर गांवों में विकास कार्यो के लिए आई-स्पर्श योजना में खाका तैयार हुआ था। गांव में विकास कार्य होने की खबर पाकर ग्रामीणों में भी खुशी थी, उम्मीद बढ़ी थी कि अब उनके गांव की गलियां-नालियां पक्की हो जाएंगी, पेयजल व शौचालय आदि के साधन जुटेंगे। साथ ही अन्य कई तरह के कार्यो से उनके गांव की चमक बढ़ेगी, लेकिन अभी तक ग्रामीणों की ये उम्मीदें साकार नहीं हो पाई हैं। वजह ये है कि आई-स्पर्श योजना में गांवों में विकास कार्य के लिए स्वीकृत बजट में पहली किस्त की धनराशि मिली थी जिससे काम शुरू हुए, लेकिन फिर दूसरी किस्त का पैसा न मिलने से शुरू हुए काम अधूरे रह गए हैं।
पोखराकलां, खपूरा व मीरानगर गांव का चयन वर्ष 2016 में आई-स्पर्श योजना में हुआ था। योजना के तहत इन गांवों में वाटर एटीएम, सामुदायिक केंद्र, सोलर प्लांट, सोलर स्ट्रीट लाईटें सहित गांव के बाहर एक भव्य द्वार आदि मूलभूत सुविधाएं स्थापित की जाएंगी। पहली किस्त में खपूरा गांव के लिए 168.61 लाख, मीरानगर के लिए 316.65 लाख तथा पोखराकलां के लिए 690.12 लाख रुपये जिले को मिले थे। जिससे तीनों गांवों में पुस्तकालय, विद्यालयों की बाउंड्रीवॉल, इंटरलॉ¨कग, भव्य द्वार और बरातघर का निर्माण कार्य शुरू हुए, जो दूसरी किस्त के इंतजार में अधूरे पड़े हैं।