सीतापुर में दो दिन बाद अस्पताल खुलने से OPD के बाहर लगी मरीज की कतार, बचाव के लिए डॉक्टर ने दी ये सलाह
सीतापुर में दो दिन बाद अस्पताल खुलने पर मरीजों की भारी भीड़ उमड़ी। ओपीडी के बाहर लंबी कतारें लगी रहीं क्योंकि बहुत से लोग बुखार से पीड़ित थे। बदलते मौसम के कारण वायरल बुखार और सर्दी-जुकाम के मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। सीएचसी पर भी मरीजों की जांच की गई जिसमें मलेरिया और टायफाइड के मामले सामने आए।

संवाद सूत्र, सीतापुर। दो दिन बाद अस्पताल खुलने पर मरीजों और तीमारदारों की भारी भीड़ रही। वाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) के बाहर लंबी कतारें देखी गईं, क्योंकि कई लोग बुखार से पीड़ित थे। चिकित्सक ने मरीज को रक्त जांच करने के लिए पैथोलाजी भेजा। अस्पताल के ईएनटी विभाग में 300 से अधिक मरीजों ने चिकित्सक से परामर्श लिया।
सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक करीब 3253 मरीज पहुंचे। वहीं, अस्पताल की पैथोलॉजी में 398 मरीजों ने रक्त की जांच कराई। इसमें मलेरिया के 18 व टायफाइड के 20 मरीज मिले।
जिले में बदलते मौसम का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पढ़ रहा है। अधिकांश लोगों में वायरल बुखार,सर्दी- जुकाम आदि के लक्षण पाए जा रहे हैं। लोग भारी संख्या में उपचार के लिए जिला अस्पताल में पहुंच रहे हैं।
भीड़ अधिक बढ़ने पर मरीजों को पर्चा बनवाने में भी समय लग गया। ओपीडी में चिकित्सकों के कक्ष के बाहर भी मरीजों को कतार में लगकर इंतजार करना पड़ा।
जिला अस्पताल में तैनात जनरल फिजिशियन डॉ अनुपम मिश्र ने बताया कि अधिकांश लोग वायरल बुखार की चपेट में है। बदलते मौसम में खान-पान में बदलाव लाने की जरूरत है। हालांकि मरीजों की रक्त की जांच कराई जाएगी।
सीएचसी पर इलाज के लिए पहुंचे मरीज
जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सुबह से ही मरीज परामर्श के लिए पहुंचने लगे थे। सीएचसी अधीक्षक महोली दीपांशु शुक्ल ने बताया कि पैथोलाजी में 52 मलेरिया, 24 व एक मरीज की डेंगू की जांच की गई। इसके साथ ही टायफायड के पांच रोगी मिले हैं।
सिधौली सीएचसी अधीक्षक आनंद कुमार सिंह ने बताया कि शुक्रवार को 37 लोगों की मलेरिया की जांच की जिसमें से एक को मलेरिया की पुष्टि हुई है। सीएचसी पहला में कुल 65 जांच में दो मरीज मलेरिया संक्रमित मिले। इसके साथ ही बिसवां, महमूदाबाद, रेउसा, मिश्रिख, लहरपुर सहित अन्य सीएचसी पर मरीजों को परामर्श दिया गया।
बुधवर को दोपहर 12 बजे तक ओपीडी में मरीजों को चिकित्सकों ने परामर्श दिया। दो अक्टूबर को गांधी जयंती की छुट्टी के चलते शुक्रवार को मरीजों की संख्या अधिक रही। सुबह से ही ओपीडी में चिकित्सक बैठ गए थे। करीब तीन हजार से अधिक मरीजों ने पर्चा काउंटर पर पंजीकरण कराया है। -डॉ इन्द्र सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जिला अस्पताल।
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