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    'इलाज कराना है तो रुपये जमा करो', आयुष्मान कार्ड होने पर भी नहीं मिला फ्री इलाज; मरीज से लिए 4600 रुपये

    Updated: Sun, 14 Sep 2025 11:13 AM (IST)

    सीतापुर में एक मरीज को आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद साईं संजीवनी अस्पताल में इलाज के लिए पैसे देने पड़े। परिजनों के अनुसार जिला अस्पताल में बेड न मिलने पर वे यहां आए थे लेकिन अस्पताल ने आयुष्मान कार्ड पर इलाज से मना कर दिया। शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। अस्पताल का कहना है कि मरीज को न्यूरो की समस्या थी इसलिए पैसे लौटा दिए गए।

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    आयुष्मान कार्ड होने पर भी मरीज से इलाज के लिए 4,600 रुपये लिये। फाइल फोटो

    संवाद सूत्र, सीतापुर। हुमायूंपुर के मुनीष त्रिवेदी को कई दिनों से बुखार आ रहा है। तीमारदार आयुष त्रिवेदी ने बताया कि वह सुबह जिला अस्पताल में इलाज के लिए आए। यहां पर एक बेड पर दो-दो मरीज भर्ती होने पर वह नगर के सांई संजीवनी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे।

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    आयुष ने बताया कि मुनीष का आयुष्मान कार्ड बना हुआ है। जब अस्पताल के कर्मियों को जानकारी दी गई तो उन्होंने इलाज से मना कर दिया। बताया कि यहां पर सिर्फ सर्जरी की सुविधा है। इलाज कराना है तो रुपये जमा करो। जिसके बाद पहले 1600 रुपये दिए। रुपये मिलने के बाद अस्पताल के कर्मियों ने मरीज देखा।

    तीन हजार रुपये और देने पर भर्ती कर इलाज शुरू किया। आयुष ने बताया कि अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारियों से मिलने का प्रयास किया गया पर किसी ने मिलने नहीं दिया।

    जिसके बाद हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत की। वहीं, तीमारदार आयुष ने बताया कि मुझे कोई पैसा अभी तक वापस नहीं किया गया है। हमारे मरीज को बुखार आ रहा है, जिसकी जांच कराई थी।

    मरीज को न्यूरो की समस्या है। हमारे यहां इसकी सुविधा नहीं है। जिसके चलते तीमारदार को पैसे वापस लौटा दिए गए हैं।  -गौरव श्रीवास्तव, मुख्य संचालक साई संजीवनी अस्पताल।

    अस्पताल कर्मियों ने इलाज से किन कारणों से मना किया है, इसकी जानकारी की जाएगी। अगर लापरवाही मिली तो कार्रवाई की जाएगी।  -डॉ. अभिज्ञान सिंह, नोडल अधिकारी (आयुष्मान) स्वास्थ्य विभाग।