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    20 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़े गए ग्राम विकास अधिकारी, भुगतान के लिए ठेकेदार से मांगी थी रकम

    Updated: Fri, 10 Oct 2025 12:25 AM (IST)

    एक ग्राम विकास अधिकारी को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। अधिकारी ने ठेकेदार से भुगतान जारी करने के लिए रिश्वत की मांग की थी। ठेकेदार की शिकायत पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने जाल बिछाकर उसे रंगे हाथों पकड़ा। अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।

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    जागरण संवाददाता, सीतापुर। ग्राम पंचायत बिसवां देहात के ग्राम विकास अधिकारी आलोक कुमार गोस्वामी को एंटी करप्शन टीम ने 20 हजार की रिश्वत के साथ रंगेहाथ पकड़ा है। टीम उन्हें लेकर लखनऊ चली गई है।

    आलोक कुमार गोस्वामी लंबे समय से एक भुगतान लटकाए थे। ठेकेदार की ओर से कई बार अनुरोध किए जाने के बावजूद भुगतान नहीं कर रहे थे। रिश्वत मिलने के बाद ही भुगतान की बात कह रहे थे। ठेकेदार ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन में की।

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    टीम ने ग्राम विकास अधिकारी को रंगेहाथ पकड़ने की रणनीति बनाई। इसी के तहत गुरुवार दोपहर ठेकेदार 20 हजार रुपये लेकर उनके घर सत्तिनपुरवा पहुंचे और रुपये पकड़ाए। उधर, पीछे से एंटी करप्शन की टीम पहुंच गई और उन्हें गिरफ्तार करके लखनऊ लेकर चली गई।

    विभागीय जांच में भी पाए गए दोषी

    आलोक कुमार गोस्वामी का विवादों से पुराना नाता है। जुलाई माह में ग्राम पंचायत बेनीपुर के सचिव रहने के दौरान उनपर मनरेगा मजदूरों ने गड़बड़ी के आरोप लगाए थे। खंड विकास अधिकारी बिसवां की जांच में आरोप सही पाए गए थे। बीडीओ ने उनके वेतन से श्रमिकों को मजदूरी देने की संस्तुति उच्च अधिकारियों से की थी। उधर, वर्ष 2019 में परसेंडी विकास खंड क्षेत्र में तैनाती के दौरान भ्रष्टाचार करने पर निलंबित किए गए थे।

    एक पखवाड़े में दूसरी कार्रवाई

    एंटी करप्शन टीम ने जिले में एक सप्ताह में यह दूसरी कार्रवाई की है। 30 सितंबर को सिधौली कोतवाली की पुलिस चौकी चौड़िया के प्रभारी अरुण कुमार शार्मा को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते पकड़ा था। रात में अटरिया थाने पर रोकने के बाद 30 सितंबर की सुबह उन्हें लेकर लखनऊ गई थी।

    यह मामले भी आ चुके सामने

    • 16 नवंबर 2018 नगर पालिका सीतापुर के अधिशासी अधिकारी निहाल चंद्र को ठेकेदार से एक लाख रुपये रिश्वत लेते पकड़ा गया था।
    • 18 मार्च 2021 को सदर तहसील के लेखपाल वीरेंद्र बलिया को ग्रामीण से दस हजार रुपये रिश्वत लेते पकड़ा गया था।
    • 07 अगस्त 2024 को खंड शिक्षा अधिकारी पहला सुरेंद्र प्रताप सिंह को 15 रुपये प्रधानाध्यापक से लेते पकड़ा गया।
    • 19 अगस्त 2024 को सहायक लिपिक कोषागार रमेश चंद्र चौधरी को पारिवारिक पेंशन का लाभ देने के लिए तीस हजार रुपये लेते पकड़ा गया था।
    • एक अक्टूबर 2024 को बिजली विभाग के अवर अभियंता सुनील कुमार पाल को कसरैला उपकेंद्र पर किसान से दस हजार रुपये लेते पकड़ा गया था।

    एंटी करप्शन की टीम ने ग्राम विकास अधिकारी को रंगेहाथ पकड़ा है। टीम की ओर से स्थानीय पुलिस से संपर्क नहीं किया गया है। टीम आरोपित को साथ लेकर गई है।

    -अमन सिंह, क्षेत्राधिकारी, बिसवां।