बाघ-बाघिन पकड़े जाने के बाद अब पिंजड़े में शावक कैद, सीतापुर में पांच सौ मीटर का दायरा सील
सीतापुर में बाघ और बाघिन के बाद उनके शावक को भी पिंजड़े में कैद कर लिया गया है। वन विभाग ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए घटनास्थल के 500 मीटर के दायरे को सील कर दिया है। बाघिन के पकड़े जाने के बाद शावक को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया गया, जिसके बाद उसे सुरक्षित रूप से पिंजड़े में कैद किया गया।

जागरण संवाददाता, सीतापुर। महोली के गांवों में दहशत का पर्याय बने बाघ-बाघिन को पकड़ने के बाद वन विभाग ने बुधवार देर रात एक शावक को नरनी के पास जंगल में लगे पिंजड़े में कैद कर लिया है। वहीं, दूसरा शावक भी वनकर्मियों की पहुंच में है, जिसको पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं।
वनकर्मियों ने पांच सौ मीटर दायरे को सील कर दिया है। चर्चा है कि शावक को ट्रैंकुलाइज करके पकड़ा गया है। 22 अगस्त को नरनी गांव में बाघ के हमले में युवक की मौत के बाद ग्रामीणों में दहशत थी। शावक पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों को राहत मिली है, लेकिन शावकों की संख्या एक से अधिक होने की आशंका के चलते खतरा अब भी बरकरार है। शावक को छोड़ने को लेकर वन विभाग के अधिकारी मंथन कर रहे हैं।
वर्ष 2022 में वाइल्ड ट्रस्ट आफ इंडिया के अनिल नायर के हवाले से दैनिक जागरण ने महोली के कठिना नदी के किनारे जंगल में बाघ का कुनबा होने की पुष्टि की थी। इसमें बाघ-बाघिन के अलावा दो से तीन शावक होने की संभावना जताई गई थी। पशुओं पर हमले व पगचिह्न दिखने के बावजूद वन विभाग के अधिकारी क्षेत्र में बाघ की मौजूदगी होने से इन्कार कर रहे थे।
22 अगस्त को नरनी में बाघ के हमले में सौरभ दीक्षित उर्फ रवि की मौत होने के बाद वन विभाग ने बाघ को पकड़ने के लिए रणनीति बनाकर ट्रैप कैमरे, ड्रोन और मचान बनाकर निगरानी शुरू की थी। इसमें वन विभाग, डब्ल्यूटीआइ की टीम के साथ 40 कर्मी लगाए गए थे। करीब 28 दिन बाद 20 सितंबर को नरनी में बाघिन को ट्रैंकुलाइज कर पकड़ लिया गया था।
इसके 15 दिन बाद पांच अक्टूबर की रात बाघ को भी पकड़ लिया गया था। बाघिन को गोरखपुर और बाघ को कानपुर चिड़ियाघर भेजा गया है। इसके बाद शावकों को पकड़ना वन विभाग के सामने चुनौती थी। पिंजड़ा लगाकर टीम निगरानी कर रही थी।
बुधवार की रात करीब साढ़े आठ बजे नरनी कमांड सेंटर के पास जंगल में लगे पिंजड़े में एक शावक कैद हो गया, जिसकी उम्र करीब नौ माह बताई जा रही है।
एक शावक को पकड़ लिया गया है। दूसरा भी टीम की पहुंच में है। उसके पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इसके बाद उसको छोड़ने को लेकर उच्च अधिकारियों का मार्गदर्शन मांगा जाएगा।
-नवीन खंडेलवाल, डीएफओ।
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