Sitapur News: यूपी के सीतापुर में भ्रष्टाचार की गहरी जड़ें, घूस लेते पहले भी पकड़े जा चुके अधिकारी-कर्मचारी
Sitapur News उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में विभिन्न विभागों में भ्रष्टाचार की जड़ें काफी गहरी हैं। बिजली विभाग के अवर अभियंता को घूस लेते पकड़ा जाना कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी विभिन्न कार्यालयों अधिकारी-कर्मचारी घूस लेते पकड़े जा चुके हैं। कार्रवाई के दो-चार दिन तक अफरा-तफरी रहने के बाद सब कुछ पुराने ढर्रे पर चलने लगता है।
दुर्गेश शुक्ल, सीतापुर। विभिन्न विभागों में भ्रष्टाचार की जड़ें काफी गहरी हैं। बिजली विभाग के अवर अभियंता को घूस लेते पकड़ा जाना कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी विभिन्न कार्यालयों अधिकारी-कर्मचारी घूस लेते पकड़े जा चुके हैं। कार्रवाई के दो-चार दिन तक अफरा-तफरी रहने के बाद सब कुछ पुराने ढर्रे पर चलने लगता है।
केस नंबर एक
सात अगस्त 2024 को प्राथमिक विद्यालय खालगांव के प्रधानाध्यापक विनोद कुमार से 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पहला ब्लाक के खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) सुरेंद्र प्रताप सिंह को विजिलेंस टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। यह रिश्वत कंपोजिट ग्रांट खर्च करने के बदले कमीशन के नाम पर ली जा रही थी।
केस नंबर दो
19 अगस्त 2023 को कोषागार में सहायक लिपिक कोषागार के बाबू रमेश चंद्र चौधरी ने पारिवारिक पेंशन बनाने के लिए पीड़ित अनिल सिंह से 30 हजार रुपये की घूस मांगी थी। इन्हें भी रंगेहाथ दबोचा गया था।
केस नंबर तीन
18 मार्च 2021 को सदर तहसील से एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल वीरेंद्र बलिया को रिश्वत लेते पकड़ा था और उसे लखनऊ ले गए थे। साथी के पकड़े जाने पर काफी विरोध-प्रदर्शन भी किया गया था।
केस नंबर चार
16 नवंबर 2018 को लखनऊ की विजिलेंस टीम ने सीतापुर नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी ( ईओ) निहाल चंद्र को एक लाख रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। कोतवाली में अधिशासी अधिकारी के विरुद्ध अभियोग दर्ज किया गया था।
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