24 बेड, बच्चे भर्ती 34, बुखार तो किसी को डायरिया
जिला अस्पताल के चिल्ड्रेन वार्ड के बेड हुए फुल। बढ़ी बुखार व पेट की समस्या से पीड़ितों की संख्या।
जितेंद्र अवस्थी, सीतापुर
गांव कुम्हारनपुरवा में रहने वाली सात वर्षीय शालिनी को काफी तेज बुखार आया। परिवारजन उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। पिता उमेश के मुताबिक दो दिन उपचार के बाद उसकी हालत में सुधार है। दोस्तपुर निवासी 12 वर्षीय कांती को भी तेज बुखार आया। चिल्ड्रेन वार्ड के बरामदे में उसका उपचार किया जा रहा है।
शालिनी व कांती की तरह ही कई अन्य बच्चे भी बुखार से पीड़ित हैं, जो कि चिल्ड्रेन वार्ड में उपचाराधीन हैं। वहीं, कई बच्चे डायरिया की चपेट में हैं। सीएमएस एके अग्रवाल ने बताया कि मौसम की वजह से डायरिया व बुखार पीड़ित बच्चों की संख्या बढ़ी है। बच्चों का उपचार किया जा रहा है।
एक बेड पर हो रहा है दो बच्चों का इलाज :
बुखार और डायरिया की चपेट में आने वाले बच्चों की संख्या में एकाएक इजाफा हुआ है। जिला अस्पताल में चिल्ड्रेन वार्ड के बेड फुल हो गए हैं और एक बेड पर दो बच्चों को लिटाया गया है। वार्ड इंचार्ज सर्वेश कुमारी के मुताबिक वार्ड में 24 बेड हैं। मौजूदा वक्त में 34 बच्चे भर्ती हैं। एक-एक बेड पर दो-दो बच्चों का उपचार किया जा रहा है। बच्चे की हालत गंभीर होने पर उसे लौटाया नहीं जाता।
कपिल और अमन को पेट की समस्या :
गांव बदबटापुर निवासी छोटेलाल ने शनिवार को अपने बेटे कपिल को चिल्ड्रेन वार्ड में भर्ती कराया था। कपिल को पेट में समस्या थी। इसी बेड पर गांव ढखिया में रहने वाला करीब नौ वर्षीय अमन का भी उपचार हो रहा है। अमन को भी पेट दर्द व बुखार की समस्या है। कुशमौरा में रहने वाले राजू के बेटे मुकेश का तीन दिन से इलाज चल रहा है। बुखार आ जा रहा है।
लग रहे टाइल्स, शोर से परेशानी :
अस्पताल के चिल्ड्रेन वार्ड में वैसे भी बेड कम हैं। वहीं, बरामदे में टाइल्स लगने की वजह से भी बेड इधर-उधर कर दिए गए हैं। टाइल्स लगने के दौरान होने वाला मशीन का शोर बच्चों को परेशान कर रहा है। टाइल्स कटने से धूल भी उड़ती है। बरामदे में भी चार बच्चों के बेड पड़े हैं।
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