बाघ ने बच्चे पर किया हमला, लाठी-डंडे लेकर आती भीड़ को देख जंगल की ओर भागा
सिद्धार्थनगर में बाघ का हमला शिवपुर में पूर्व प्रधान के 11 वर्षीय पुत्र अंकुर पर बाघ ने हमला किया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसके दोस्त कुद्दुस ने भागकर अपनी जान बचाई। घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गई है। ग्रामीणों ने वन विभाग से बाघ को पकड़ने और गश्ती बढ़ाने की मांग की है।

संवाद सूत्र, सिद्धार्थ नगर । अपने मित्र संग नाला की ओर गए 11 वर्षीय पूर्व प्रधान पुत्र अंकुर पर शनिवार की दोपहर बाद शिवपुर के सरेह में बाघ ने हमला कर दिया। वही गंभीर रूप से घायल हो गए, मित्र 15 वर्षीय कुद्दुस ने वहां से भाग कर अपनी जान बचाई। घटना के बाद पूरे दियारा में दहशत फैल गई है। दूसरी ओर ग्रामीणों में प्रभावी कार्रवाई न करने को लेकर वन विभाग के प्रति आक्रोश भी है।
बताया जा रहा है कि शिवपुर के पूर्व प्रधान पूर्व प्रधान रामकल्प का 11 वर्षीय पुत्र अंकुर अपने साथी कुद्दुस के साथ गांव के बाहर ढबोल नाला की ओर गया था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अचानक पीछे से बाघ ने कुद्दुस पर झपट्टा मारा, लेकिन कुद्दुस फुर्ती से दौड़कर बच निकला।
बाघ की चपेट में आया
पास खड़ा अंकुर बाघ की चपेट में आ गया और बुरी तरह घायल हो गया। इसके सिर पर गंभीर चोट आई है।बच्चों की चीख सुनकर खेतों में काम कर रहे ग्रामीण लाठी-डंडा लेकर दौड़े और शोर मचाया। ग्रामीणों की भीड़ देखकर बाघ जंगल की ओर भाग गया।
घायल अंकुर को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है। घटना के बाद पूरे दियारा क्षेत्र में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों का आरोप है कि बीते एक माह से बाघ के हमले की घटना बढ़ी है, लेकिन वन विभाग उसको नहीं पकड़ सका। ग्रामीणों ने वन विभाग और प्रशासन से तत्काल प्रभावी कदम उठाने, बाघ पर काबू पाने व इलाके में गश्ती बढ़ाने की मांग की है।
एक माह में यह हुईं घटनाएं
बीते 15 अगस्त की शाम को सोहगीबरवा वन्यजीव प्रभाग स्थित शिवपुर रेंज के बसंतपुर में बाघ ने घास काट रही किशोरी ममता पर हमला कर दिया। बाघ उसे लगभग 25 मीटर दूर गन्ने के खेत में खींच ले गया। चीख सुनकर साथ काम कर रही महिलाएं दौड़ीं और शोर मचाने पर बाघ भागा। किशोरी का उपचार अभी मेडिकल कालेज में चल रहा है।
अगस्त में ही शिकारपुर के धर्मपुर टोला के सुरेश गुप्ता और विनोद की एक बकरी को उठा ले गया, दो बकरियां घायल हो गईं। इसके बाद बाघ अदई कुशवाहा के बांस के कोठी के पास देखा गया।सितंबर में बिहार की ओर से आए एक राहगीर पर हमला भी किया, जिसमें भागकर उसने जान बचाई।
इसके बाद वन विभाग ने यूपी व बिहार की संयुक्त टीम बनाकर कांबिंग करने व बाघ के लोकेशन को जानने का प्रयास किया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।