SIR in UP: पंचायत सहायक की एसआईआर में लग रही ड्यूटी, भवन पर लटक रहा ताला
उत्तर प्रदेश में एक अजीब मामला सामने आया है जहां पंचायत सहायक की ड्यूटी एसआईआर में लगाई जा रही है, जबकि पंचायत भवन पर ताला लटका हुआ है। इससे ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले में अनियमितता के आरोप लग रहे हैं और जांच की मांग की जा रही है।

पंचायत सहायक की एसआईआर में लग रही ड्यूटी।
संवाद सूत्र, बिस्कोहर। विकास खंड इटवा अंतर्गत ग्राम पंचायतों में बने पंचायत भवन के संचालन की स्थिति बड़ी खराब है। इन दिनों अधिकतर पंचायत भवन में ताला लटक रहा है। विभागीय लोगों का कहना है कि पंचायत सहायकों की ड्यूटी एसआईआर में लगी है, इसलिए संचालन में दिक्कतें आ रही हैं।
गांवों में पंचायत भवन का निर्माण इसी उद्देश्य से कराया गया कि वहां कम्प्यूटर सहित अन्य संसाधन मौजूद रहेंगे और ग्रामीणों को छोटे-छोटे कार्यों के लिए तहसील, ब्लाक कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। सोमवार को तीन पंचायत भवन की पड़ताल की गई, इसमें कुछ इस तरह की स्थिति दिखाई दी।
इटवा ब्लाक के ग्राम पंचायत खरीकवा में पंचायत भवन का निर्माण करीब 13 वर्ष पहले हुआ था, पर वर्तमान में इसकी स्थिति जर्जर है। दीवार फट गई है तो बिजली व्यवस्था ध्वस्त है। पंचायत सहायक संजय कुमार ने बताया कि जर्जर भवन के चलते कम्प्यूटर सहित अन्य संसाधन घर पर रखे हैं और वहीं से कार्य करते हैं।
ग्राम पंचायत मुड़िलिया स्थित पंचायत भवन में ताला लटका मिला। जबकि बरामदे में आंगनबाड़ी केंद्र संचालित मिला। पता चला कि आंगनबाड़ी केंद्र का भवन नहीं है।
बगल स्थित विद्यालय में संचालन होता है, पर इन दिनों वहां जगह कम होने के कारण केंद्र बरामदे में संचालित हो रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अनुपस्थित रहीं तो सहायिका बिंदु बच्चों को पढ़ाती मिलीं।
ग्राम पंचायत हरीजोत पदमपुर में 11:15 बजे पंचायत भवन में ताला बंद मिली। सचिव अथवा पंचायत सहायक कोई मौके पर नहीं मिले। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत भवन बंद होने से छोटे-छोटे कार्यों के लिए परेशान होना पड़ता है। चूंकि पंचायत भवन बंद मिला, इसलिए अंदर कम्प्यूटर व अन्य सुविधाएं हैं कि नहीं, इसका भी पता नहीं चल सका।
सभी पंचायत सहायक की ड्यूटी एसआईआर में लगी है, इसलिए दिक्कत आ रही है। फिर भी सभी को निर्देश दिए जाएंगे कि पंचायत भवन का संचालन नियमित एवं बेहतर तरीके से सुनिश्चित कराएं। -आशुतोष मिश्र, सहायक विकास अधिकारी, इटवा।

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