Siddharthnagar News: डेढ़ लाख नगदी समेत आठ लाख के जेवरात चोरी, बैंक की सुरक्षा पर उठने लगे सवाल
सिद्धार्थनगर जिले के त्रिलोकपुर और डुमरियागंज थाना क्षेत्रों में चोरों ने दो घरों में चोरी की। मन्नीजोत में एक कॉस्मेटिक व्यवसायी के घर से 6 लाख के जेवरात और 90 हजार की नकदी चोरी हुई। वहीं धनोहरी में एक सब्जी विक्रेता के घर से 55 हजार रुपये और जेवरात चोरी हो गए। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर। डुमरियागंज में इन दिनों जिस प्रकार चोरी की घटना घट रही हैं, इससे ग्रामीणों में दहशत बढ़ गई है। लोग सचेत रहते हैं इसके बावजूद चोरों का मनोबल सातवें आसमान पर है।
बिना किसी भय व दबाव के घटना को अंजाम देने में वह सफल हो रहे है। बीते रविवार की रात एक किलो मीटर के भीतर चोरी की दो अलग-अलग घटनाएं घटी जिससे लोग दहशत में आ गए।
त्रिलोकपुर थाना क्षेत्र के मन्नीजोत चौराहे पर कास्मेटिक समान का थोक कारोबार कर रहे संदीप अग्रहरी अपने पिता विश्वनाथ अग्रहरि का आपरेशन कराने पीजीआई लखनऊ गए थे।
मौका देख चोर मकान के पीछे से छत पर चढ़ कर जीने के रास्ते घर में आ गए और जिस कमरे में परिवार सोया था उस को बाहर से बंद कर करके दो आलमारियों में रखें नब्बे हजार रुपए और दो सोने के हार, दो चैन, 6 अंगूठी, झाला दो जोड़ी, नाथिया सहित लड़की का एक सेट जेवर उठा ले गए।
सामान की कीमत 6 लाख से ऊपर आंकी जा रही है। चोरों ने दूसरी घटना को डुमरियागंज थाना क्षेत्र के धनोहरी में अंजाम दिया। गांव निवासी रामफेर मौर्या पुत्र घुरहू जो ठेले पर सब्जी की दुकान लगाते हैं। पत्नी के पथरी का आपरेशन कराने के लिए पचपन हजार रुपए रखे थे।
घर के पीछे से छत पर चढ़ कर जीने के रास्ते चोर घर में उतर गए। ताला तोड़ कर संदूक ले जाकर पास के चरी के खेत में तोड़ा। इसी संदूक में पचपन हजार रुपए और दो जोड़ी पायल, सोने का दो चैन, झाला, छंद, एक अंगूठी, और एक कील लेकर चंपत हो गए।
सुबह घर साफ करते समय परिवार की महिला मुखिया ने देखा कि बक्सा गायब है। परिवार के अन्य सदस्यों को घटना की जानकारी दी। टूटा हुआ संदूक चरी के खेत में मिला दोनों पीड़ितों ने घटना की सूचना मुकामी पुलिस को दी। जिस पर 112 पीआरबी की टीम आई और तहरीर के लिए सुबह थाने पर बुलाकर वापस चली गई।
प्रभारी थानाध्यक्ष त्रिलोकपुर शिव नारायण सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी है। तहरीर के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
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