Kushinagar Accident Case: एक साथ चार मौत की खबर सुनकर कर्मचारी संवर्ग में छाया मातम, बाबाधाम से लौट रहे थे घर
सिद्धार्थनगर में राज्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष सुजीत जायसवाल रामकरन गुप्ता और कैलाश त्रिपाठी की कुशीनगर में एक वाहन दुर्घटना में मृत्यु हो गई। चारों गहरे दोस्त थे और सामाजिक कार्यों में सक्रिय थे। वे बाबाधाम से दर्शन करके लौट रहे थे तभी उनकी कार एक ट्रैक्टर-ट्राली से टकरा गई। इस दुर्घटना में अन्य लोग भी घायल हुए हैं।

जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर। जो सुना स्तब्ध रह गया। राज्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष सुजीत जायसवाल, कर्मचारी-शिक्षक संयुक्त मोर्चा के जिलाध्यक्ष रामकरन गुप्ता, मंत्री कैलाश त्रिपाठी व ठीकेदार मनोज सिंह की कुशीनगर के पटहेरवा थाने के पटहेरिया में वाहन दुर्घटना में मृत्यु हो गयी।
चारों गहरे दोस्त थे। चारों व्यवहार कुशल थे। सामाजिक कार्यक्रमों में चारों की बड़ी भागीदारी रहती थी। चारों की मृत्यु से कर्मचारी संवर्ग से लेकर जिले के विभिन्न समुदायों में शोक की लहर है। चारों के स्वजन दहाड़े मारकर रो रहे हैं।
शहर के भीमापार मोहल्ले के निवासी 49 वर्षीय सुजीत जायसवाल, दीनदयालनगर वार्ड के निवासी 52 वर्षीय रामकरन गुप्ता, 48 वर्षीय कैलाश त्रिपाठी व जोगिया कोतवाली के फूलपुर गांव निवासी 47 वर्षीय मनोज सिंह अपने दो अन्य दोस्तों के साथ शुक्रवार को अर्टिका कार से बाबाधाम दर्शन करने के लिए गए थे।
रविवार दोपहर करीब 12 बजे वह दर्शन करके घर आ रहे थे। वह अभी पटहेरवा थाने के पटहेरिया के पास पहुंचे थे कि उनकी कार हाईवे पर एक ट्रैक्टर-ट्राली से टकरा गयी। इससे कार में सवार सुजीत जायसवाल, रामकरन गुप्ता, कैलाश त्रिपाठी व मनोज सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए और उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गयी।
इसके अलावा दीनदयाल नगर वार्ड निवासी राजेश शर्मा, पिंटू शर्मा घायल हो गए हैं। उनका मेडिकल कालेज कुशीनगर में उपचार चल रहा है। बाद में घटना की जानकारी जैसे ही सुजीत, रामकरन, कैलाश व मनोज के घर वालों को मिली वह दहाड़े मार-मारकर रोने लगे। स्वजन यहां से कुशीनगर के लिए रवाना हो गए।
इंटरमीडिएट की टापर रही है सुजीत की पुत्री
सुजीत जायसवाल की पुत्री पढ़ने में मेधावी रही है। चार वर्ष पहले उसने इंटरमीडिएट आईसीएसई बोर्ड परीक्षा में टाप किया था। वह पटना से इंजीनियरिंग कर रही है। सुजीत खुनियांव विकास खंड में एडीओ आइएसबी के पद पर तैनात थे। सुजीत के मृत्यु की खबर सुनकर उनके घर पर कोहराम मचा हुआ है। सुजीत के एक बेटा व एक बेटी हैं।
रामकरन घर पर जुटी ग्रामीणों की भीड़
घटना की खबर सुनकर रामकरन के घर पर मोहल्ले के लोगों की भीड़ जुट गयी हैं। मोहल्ले के लोग उनके स्वजन को ढांढस बधा रहे हैं। रामकरन गोरखपुर के बांसगांव क्षेत्र में कानूनगो के पद पर तैनात थे। उनकी दो बेटा एक बेटी है। उनका बड़ा बेटा डाक्टर हो गया है। घर के लोग अचानक हुई इस मृत्यु से सदमे में हैं।
कैलाश की मृत्यु से टूट गए स्वजन
कैलाश प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के पद पर तैनात थे। उनके एक लड़का चार बेटी हैं। दो बेटियों की शादी हो चुकी है। दो बेटियों की शादी होनी शेष है। कैलाश का बेटा बाहर रहकर पढ़ाई करता है। कैलाश की बूढ़ी मां बेटे की मृत्यु की खबर सुनकर लगातार रोये जा रही हैं। स्वजन टूट गए हैं। उनके घर लोग भी कुशीनगर रवाना हो गए हैं।
कुशीनगर के लिए रवाना हुए मनोज के पिता
मनोज के भाई विनोद सिंह का आपरेशन हुआ है। वह अस्पताल में भर्ती हैं। भाई के मृत्यु की खबर सुनकर वह टूट गये। उन्होंने बताया कि घटना को सुनकर वह टूट गये। उनके पिता कुशीनगर के लिए रवाना हो गए हैं।
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