सिद्धार्थनगर कोडीनयुक्त कफ सीरप के अवैध कारोबार पर कसेगा शिकंजा, प्रशासन ने उठाया सख्त कदम
सिद्धार्थनगर में कोडीनयुक्त कफ सीरप और एनडीपीएस औषधियों के अवैध कारोबार पर औषधि प्रशासन ने शिकंजा कसा है। विशेष निरीक्षण अभियान के तहत, नियमों का उल्ल ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर। कोडीनयुक्त कफ सिरप और एनडीपीएस श्रेणी की अन्य औषधियों के अवैध क्रय-विक्रय, भंडारण व वितरण पर अंकुश लगाने के लिए जिले में औषधि प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है। जिले में चल रहे विशेष निरीक्षण अभियान के तहत नियमों के उल्लंघन पर लाइसेंस निलंबन और निरस्तीकरण की कार्रवाई की जा रही है।
विभाग ने स्पष्ट किया है कि औषधि नियमावली 1945 के अनुसार ऐसी दवाएं केवल चिकित्सकीय परामर्श पर ही बेची जा सकती हैं और उनका पूरा अभिलेख रखना अनिवार्य है। जिले में कुल 518 थोक और 1202 फुटकर दवा दुकानें पंजीकृत हैं। औषधि निरीक्षक अब तक 104 दुकानों का निरीक्षण कर चुके हैं।
जांच के दौरान गंभीर अनियमितताएं पाए जाने पर 14 दुकानों के लाइसेंस निलंबित किए गए हैं, जबकि आठ दुकानों के लाइसेंस निरस्त किए जा चुके हैं। कई प्रतिष्ठानों पर दवाओं का भंडारण नहीं मिला और क्रय-विक्रय के वैध अभिलेख भी प्रस्तुत नहीं किए जा सके। कुछ दुकानें केवल कागजों पर संचालित पाई गईं हैं।
कोडीनयुक्त कफ सिरप की गुणवत्ता और दुरुपयोग की आशंका को देखते हुए जिले से 139 नमूने जांच के लिए भेजे गए थे। जांच रिपोर्ट में दो नमूने मानक के अनुरूप नहीं पाए गए और एक नमूना मिथ्याछाप निकला।
इन मामलों में नियमानुसार कार्रवाई पूरी कर ली गई है। प्रशासन का मानना है कि यह कार्रवाई युवाओं को नशे की प्रवृत्ति से बचाने और दवा व्यवस्था को पारदर्शी बनाने की दिशा में जरूरी है।
नियमों के उल्लंघन पर कोई ढील नहीं दी जाएगी। अवैध दवा कारोबार से युवाओं का भविष्य खतरे में है, इसलिए निरीक्षण और कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
नवीन कुमार, औषधि निरीक्षक

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