एसआइ भानू प्रताप सिंह को मिला पुलिस मेडल फार गैलेंट्री
पुलिस अधीक्षक डा. यशवीर सिंह ने स्वतंत्रता दिवस पर रविवार को पुलिस लाइन परिसर स्थित क्वार्टर गार्ड में चौकी प्रभारी डिडई भानू प्रताप सिंह को पुलिस मेडल फार गैलेंट्री (राष्ट्रपति पुरस्कार) सम्मान से सम्मानित किया। पुलिस सेवा में इसे सर्वोच पुरस्कार माना गया है।

सिद्धार्थनगर : पुलिस अधीक्षक डा. यशवीर सिंह ने स्वतंत्रता दिवस पर रविवार को पुलिस लाइन परिसर स्थित क्वार्टर गार्ड में चौकी प्रभारी डिडई भानू प्रताप सिंह को पुलिस मेडल फार गैलेंट्री (राष्ट्रपति पुरस्कार) सम्मान से सम्मानित किया। पुलिस सेवा में इसे सर्वोच्च पुरस्कार माना गया है। भानू प्रताप सिंह को यह पुरस्कार वर्ष 2016 में एसटीएफ में तैनाती के दौरान मऊ के तरवा थाना क्षेत्र निवासी डी गैंग के सरगना व शार्प शूटर धर्मेंद्र सिंह को मार गिराने पर मिला है। शासन ने इस घटना में शामिल तत्कालीन सीओ एसटीएफ गोरखपुर व वर्तमान तैनाती एएसपी वाराणसी विकास चंद्र त्रिपाठी, निरीक्षक एसटीएफ गोरखपुर सत्यप्रकाश सिंह व आरक्षी संतोष कुमार सिंह को भी इस सम्मान से सम्मानित किया है।
एसपी ने इसके अलावा एसआइ शिवधारी को सराहनीय सेवा सम्मान, एसओ पथरा बाजार सर्वेश राय को प्रशंसा चिन्ह स्वर्ण से सम्मानित किया। बांसी कोतवाली में तैनात निरीक्षक देव नंदन उपाध्याय व रेडियो शाखा में तैनात राकेश चंद्र शर्मा को अति उत्कृष्ट सेवा पदक मिला। एसओ शोहरतगढ़ राजेंद्र बहादुर सिंह, प्रभारी मीडिया सेल देवेंद्र कुमार श्रीवास्तव, रीडर एसपी यशवंत सिंह, रीडर एएसपी अरुण कुमार त्रिपाठी, भवानीगंज थाना में तैनात एसआइ राजेश्वर कुशवाहा, फायर सर्विस चालक सुमंत कुमार सिंह को उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया। यूपी 112 कंट्रोल में कार्यरत नितेश पटेल, पीआरवी 1508 में तैनात कमांडर उदय प्रताप, सब कमांडर सिद्धार्थ सिंह व चालक प्रेम कुमार पांडेय को प्रशस्ति पत्र दिया गया है। पंचायत भवन निर्माण को लेकर गांव में तनाव सिद्धार्थनगर : विकास खंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत भरमी के टोला बैरवास में पंचायत भवन निर्माण को लेकर विवाद पैदा हो गया है। निर्माण के लिए आने वाले सामान को कुछ लोग नहीं रखने दे रहे हैं। ग्राम प्रधान की तहरीर पर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई की है। यदि प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो अप्रिय घटना से इन्कार नहीं किया जस सकता है। गांव में ग्राम समाज की चौदह मंडी जमीन है। जिसमें चार मंडी जमीन पर कुछ लोगों ने मकान बना लिया है। शेष सरकारी जमीन में पंचायत भवन बनने के लिए रविवार की शाल ईंट गिराया जा रहा था, गांव के कुछ लोगों ने इसे गिराने से रोक दिया। मना करने पर मारपीट पर आमादा हो गए। विवाद होने पर स्थानीय पुलिस भी पहुंची। प्रधानपति अब्दुल हकीम का कहना है कि जमीन की पूर्व में पैमाइश हो चुकी है। यह सरकार के नाम पर दर्ज है। फिर भी इस पर काम करने से रोका जा रहा है। एसओ अभिमन्यु सिंह का कहना है कि प्रधानपति की तहरीर पर गयासुद्दीन, माजबूद्दीन, मोहम्मद उमर और दिलशाद के खिलाफ कार्रवाई की गई है। गांव की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
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