प्रधानमंत्री की सुरक्षा में सिद्धार्थनगर से भी लगेंगे 216 पुलिस कर्मी, अयोध्या में 25 नवंबर को ध्वजारोहण समारोह में होंगे शामिल
प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए सिद्धार्थनगर से 216 पुलिस कर्मियों को अयोध्या भेजा जाएगा। ये पुलिस कर्मी 25 नवंबर को अयोध्या में होने वाले ध्वजारोहण समारोह में प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था संभालेंगे। सिद्धार्थनगर के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। समारोह को सफल बनाने के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है।

जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में होने जा रहे पावन धर्मध्वजा ध्वजारोहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल होंगे। यह केवल एक सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि आस्था, विश्वास और भक्ति का अद्वितीय संगम माना जा रहा है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा में अब सिद्धार्थनगर से कुल 216 पुलिस कर्मी भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। बुधवार को ही यह सभी पुलिस कर्मी अयोध्या पहुंच गए, ताकि समय से पूर्व पूरे क्षेत्र, मार्ग और व्यवस्था को भली-भांति समझ सकें और आवश्यकतानुसार शीघ्रता से कहीं भी पहुंच सकें।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 25 नवंबर को अयोध्या धर्मध्वजा समारोह में आ रहे हैं। कार्यक्रम और प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर व्यापक एवं चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है। पहले सिद्धार्थनगर जिले से 150 पुलिस कर्मियों की मांग की गई थी, लेकिन भक्तों की भीड़ और कार्यक्रम की महत्ता को देखते हुए यह संख्या बढ़ाकर अब 216 कर दी गई है। इसमें तीन सीओ, आठ निरीक्षक, 35 उपनिरीक्षक, 125 आरक्षी, 30 महिला आरक्षी और 15 यातायात पुलिस कर्मी शामिल हैं।
सभी बुधवार को ही अयोध्या पहुंचकर अपने-अपने दायित्वों के अनुरूप तैनाती स्थल और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले चुके हैं। अयोध्या के इस दिव्य कार्यक्रम को लेकर सिद्धार्थनगर के लोग भी अत्यंत उत्साहित और भावुक हैं। जनमानस का मानना है कि यह धर्मध्वजा पूरे देश में अध्यात्म, संयम और सद्भाव का संदेश फैलाएगी। लोगों को विश्वास है कि धर्मध्वजा के ध्वज फहरने के साथ ही हर भक्त के मन में भक्ति, शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा।
पुलिस अधीक्षक डा. अभिषेक महाजन ने बताया कि जितना पुलिस बल मांगा गया था, उतना भेज दिया गया है। सभी पुलिस कर्मियों को स्पष्ट रूप से ब्रीफ किया गया है कि सुरक्षा के हर पहलू पर विशेष सतर्कता रखनी है। जनसमूह की आस्था, प्रधानमंत्री की सुरक्षा और भगवान श्रीराम के इस ऐतिहासिक धाम की गरिमा को ध्यान में रखते हुए पुलिस बल पूरी निष्ठा से तैनात रहेगा, ताकि भक्त निश्चिंत होकर दर्शन और धर्मध्वजा समारोह का आनंद ले सकें।

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