यूपी के काला नमक चावल और मणिपुर के ब्लैक राइस से बनेगा पौष्टिक आहार
Kalamak Rice उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर के कालानमक चावल के साथ मणिपुर का ब्लैक राइस के मिश्रण से कान्फ्लैक्स का विकल्प तैयार किया जा रहा है। इरी वाराणसी के वैज्ञानिक इस पर शोध कर रहे हैं। बाजार में कालानमक चावल से बना खीर लाने की भी तैयारी है।
सिद्धार्थनगर, जागरण संवाददाता। सिद्धार्थनगर के काला नमक और मणिपुर के ब्लैक राइस के मिश्रण से पौष्टिक आहार तैयार हो रहा है। इरी (अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान केंद्र) वाराणसी में इस परियोजना पर चल रहा शोध अंतिम चरण में है। अपेडा (एग्रीकल्चर एंड प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्टस एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथारिटी) भी सहयोग प्रदान कर रही है। कान्फ्लैक्स (दूध के साथ सेवन करने वाला पौष्टिक आहार) के विकल्प पर शोध कार्य चल रहा है। इस खाद्य पदार्थ का उपभोग रोगी के साथ सामान्य व्यक्ति भी कर सकेंगे।
दूध के साथ कर लोग सकेंगे इस कान्फ्लैक्स का सेवन
सिद्धार्थनगर के काला नमक के साथ मणिपुर का ब्लैक राइस के मिश्रण से कान्फ्लैक्स का विकल्प तैयार किया जा रहा है। इरी वाराणसी के वैज्ञानिक काला नमक चावल की सुगंध व पौष्टिकता पर शोध कार्य चल रहा है। पहले काला नमक के चावल से ब्रेड व कुकीज तैयार किया। वाराणसी के बाजार में इसे उतारने और सफलता मिलने पर दूसरा शोध शुरू किया। मक्का से बनने वाले कान्फ्लैक्स का विकल्प तैयार किया जा रहा है। इसमें मणिपुर के ब्लैक राइस से प्रोटीन ओर आयरन ले रहे हैं। काला नमक चावल से भी स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद तत्वों को संग्रहित किया जा रहा है। स्वादिष्टता के लिए एरोमा (नैसर्गिक सुगंध) के गुड़ व ड्राइफ्रूट (सूखा मेवा) को भी मिलाया जा रहा है।
बाजार में आएगा काला नमक से बना खीर
इरी वाराणसी ने काला नमक के कई अन्य उत्पाद पर शोध कर रही है। बाजार में डिब्बे में सीलपैक खीर (दूध व चावल से बना पकवान) लाने पर कार्य चल रहा है। इसके अलावा पौष्टिकता से भरपूर मुस्ली को भी बनाने पर शोध कार्य चल रहा है।
इरी में काला नमक पर विभिन्न परियोजनाओं पर शोध कार्य चल रहा है। इसकी विशेषताओं को आधार बनाकर काय्र किया जा रहा है। कान्फ्लैक्स के विकल्प पर शोध कार्य अंतिम चरण में है। जल्द ही यह बाजार में आ जाएगा। खीर भी बाजार में उतारने पर काम हो रहा है। - सौरभ बदोनी, वैज्ञानिक अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान केंद्र वाराणसी।
काला नमक चावल पर इरी वाराणसी में शोध कार्य चल रहा है। कई खाद्य पदार्थ के उत्पाद बाजार में आ गए हैं। अपेडा के सहयोग से कान्फ्लैक्स के विकल्प बनाने पर काम अंतिम चरण में है। इससे काला नमक की बाजार में मांग बढ़ेगी। - जयेंद्र कुमार, सीडीओ।