सिद्धार्थनगर में करंट लगने से मां-बेटा झुलसे, पिता की सूझबूझ से बची दोनों की जान
सिद्धार्थनगर के पगुआ गांव में दीपावली की सजावट के दौरान करंट लगने से मां और बेटा झुलस गए। 13 वर्षीय कृष्णा झालर लगाते समय करंट की चपेट में आया, और उसे बचाने में उसकी मां भी झुलस गई। पिता की सूझबूझ से तुरंत बिजली का प्लग निकालने पर दोनों की जान बच गई। दोनों का स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है।

तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण
संवाद-सूत्र, जोगिया। ग्राम पंचायत पोखरभिटवा के पगुआ गांव में शुक्रवार की रात करंट लगने से मां और बेटा गंभीर रूप से झुलस गए। समय रहते पिता की सूझबूझ से दोनों की जान बच गई। हादसा दीपावली के मद्देनजर घर में सजे बिजली के झालर को जलाने के दौरान हुआ।
जोगिया कोतवाली के पगुआ गांव निवासी बेद प्रकाश मिश्रा का 13 वर्षीय पुत्र कृष्णा दीपावली की सजावट के लिए घर के बिजली बोर्ड में रंग-बिरंगी झालर जोड़ रहा था। इसी दौरान झालर का एक तार कटा हुआ था, जिसमें करंट प्रवाहित हो रहा था।
तार छूते ही कृष्णा करंट की चपेट में आकर झटके खाने लगा। यह देखकर पास में बैठी उसकी मां ने बेटे को बचाने का प्रयास किया तो वह भी करंट की चपेट में आ गई। उसी समय बेद प्रकाश मौके पर पहुंचे और सूझबूझ दिखाते हुए तुरंत झालर का प्लग बिजली बोर्ड से निकाल दिया, जिससे दोनों की जान बच गई।
परिजन दोनों को तत्काल उपचार के लिए स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां उनकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है। गांव में हादसे के बाद दहशत का माहौल है।
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