मेडिकल कॉलेज में पहली बार हुई किडनी की सर्जरी, आयुष्मान कार्ड से हुआ ऑपरेशन
सिद्धार्थ नगर के मेडिकल कॉलेज में पहली बार किडनी की सर्जरी सफलतापूर्वक की गई। यह ऑपरेशन आयुष्मान कार्ड के माध्यम से किया गया, जिससे मरीजों को आर्थिक स ...और पढ़ें

मेडिकल कॉलेज में पहली बार हुई किडनी की सर्जरी।
जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर। माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को पहली बार किडनी का सफल ऑपरेशन किया गया। रोगी का बायां गुर्दा (किडनी) खराब हो गया था, जिसे चिकित्सकों की टीम ने ऑपरेशन करके निकाल दिया। पेशाब की नली के ऊपरी हिस्से में बड़ी पथरी फंसी थी, उसे भी निकाला गया।
आयुष्मान कार्ड धारक रोगी का इस ऑपरेशन में कोई खर्च नहीं आया। पूरा खर्च मेडिकल कॉलेज ने वहन किया है। जबकि निजी अस्पताल में इस ऑपरेशन को कराने कराने में करीब 60 से 70 हजार रुपये का खर्च रोगी के परिवार पर आता। रोगी की स्थिति स्थिर है।
बस्ती के नगर कोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ला निवासी महिला रोगी जैनब खातून करीब छह माह से पेट दर्द से परेशान थी। कई निजी अस्पताल में अपनी जांच कराई। लेकिन उसे कहीं आराम नहीं मिला। इसके बाद वह अपना उपचार कराने के लिए मेडिकल कॉलेज में आई।
जांच में मालूम चला कि पेशाब की नली के ऊपरी हिस्से में बड़ी पथरी फंसी है। इस कारण से बाएं तरफ की किडनी में संक्रमण को हो गया है। चिकित्सा विज्ञान की भाषा में इसे नेफ्रेक्टोमी सर्जरी (किडनी निकालने का ऑपरेशन) कहते हैं।
रोगी के स्वजन को पूरी स्थिति बताने के बाद ऑपरेशन की तैयारी शुरू की। करीब एक से डेढ़ घंटे की सर्जरी के बाद संक्रमित किडनी को निकाला गया।
ऑपरेशन करने वाली टीम में सर्जरी विभाग के अध्यक्ष आचार्य डॉ. जीएम शुक्ला, सहायक आचार्य डॉ. सीबी पांडेय, डॉ. सौरभ चतुर्वेदी, जूनियर रेजीडेंट डॉ. सुधाकर कुमार गौतम, डॉ. सिद्धार्थ शाही, स्मृति सिंह, डॉ. रामप्रकाश चौरसिया, डॉ. चंद्रशेखर, स्टाफ नर्स अलका पाठक, कमला समेत अन्य मौजूद रहे।

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