भारत के पिपरहवा में है गौतम बुद्ध का कपिलवस्तु : कुलपति
पुरातत्व विभाग को खुदाई के दौरान छठीं शताब्दी ईसा पूर्व के प्रमाण मिले हैं।

सिद्धार्थनगर : कुलपति सिद्धार्थ विश्वविद्यालय प्रोफेसर सुरेंद्र दुबे ने कहा कि पुरातात्विक खोदाई ने सिद्ध किया है कि भगवान गौतम बुद्ध का कपिलवस्तु यहां के पिपरहवा में स्थित है। पुरातत्व विभाग को खुदाई के दौरान छठीं शताब्दी ईसा पूर्व के प्रमाण मिले हैं। गनवरिया राजप्रसाद से शाक्य वंश के वैभवशाली शासन की जानकारी भी मिलती है। टेराकोटा युग का उत्थान भी इसी समय के आसपास होना पाया गया है।
कुलपति ने यह बातें सोमवार को आनलाइन व्याख्यान में कहीं। उन्होंने प्राचीन इतिहास के स्त्रोत विषयक पर अपने विचार रखें। कहा कि इतिहास से ज्ञात होता है कि प्राचीन भारत में सबसे पहले संस्कृति का विकास हुआ था। भारतीय संस्कृति को पूरे विश्व ने आत्मसात किया है। गौतम बुद्ध ने यहां से निकल कर ज्ञान की प्राप्ति की। पूरी दुनिया को प्रेम व शांति का संदेश दिया। लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर प्रशांत श्रीवास्तव ने प्राचीन भारत के ऐतिहासिक स्त्रोतों को बताया। कहा कि आज यहीं स्त्रोत, इतिहास के पुनर्निर्माण में अत्यंत महत्वपूर्ण हो गए हैं। इन्हें कभी महत्वहीन समझा जाता था। डा. शरतेंदु कुमार त्रिपाठी, डा. नीता यादव, डा. वंदना गुप्ता आदि मौजूद रहे। प्रमुख प्रदर्शन सूचकांक से बदलेगी बेसिक शिक्षा की तस्वीर
सिद्धार्थनगर: संविलयन विद्यालय पूर्व माध्यमिक विद्यालय भारतभारी में मिशन प्रेरणा की संयुक्त बैठक न्याय पंचायत बढ़नी, परसा इमाद, महुवारा के शिक्षक संकुल तथा प्रधानाध्यापकों की मौजूदगी में बीईओ श्याम प्रताप सिंह, एआरपी अरविद कुमार, मुस्ताक अहमद, तिलकराम तथा ऐश्वर्य लता की उपस्थिति में संपन्न हुई।बीईओ ने सेट टू के रिपोर्ट कार्ड वितरण की समीक्षा की। तथा निष्ठा प्रशिक्षण को गंभीरता पूर्वक लेने का निर्देश दिया। एआरपी अरविद कुमार ने मिशन प्रेरणा के तहत प्राप्त होने वाली स्टेशनरी की उपयोगिता के बारे में विस्तार से बताया। प्रेरणा लक्ष्य प्रति विद्यालय एक पीस प्रेरणा सूची 10 तथा प्रेरणा तालिका छात्रों की संख्या के अनुसार विद्यालयों को दी जाएंगी। मौके पर मलिक अदनान, बशीर फारुकी ,सादिक अली, सत्यनारायण, बृजेश जयसवाल सहित अन्य मौजूद रहे।
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