यूपी के इस जिले में मदरसों की गहनता से होगी जांच, DM ने बनाई 44 टीमें; 38 बिंदुओं पर होगी पड़ताल
श्रावस्ती जिले में डीएम अजय कुमार द्विवेदी ने मदरसों की गहन जांच के लिए 44 टीमों का गठन किया है। ये टीमें मदरसों में 38 बिंदुओं पर जांच करेंगी जिसमें मान्यता भूमि छात्र संख्या वित्तीय संसाधन और भवन की स्थिति शामिल है। जांच के दौरान मदरसे के पाठ्यक्रम ऑडिट रिपोर्ट सुरक्षा उपायों और आय-व्यय का भी मूल्यांकन किया जाएगा और रिपोर्ट डीएम को सौंपी जाएगी।
भूपेंद्र पांडेय, श्रावस्ती। मदरसों की गहनता से जांच के लिए डीएम अजय कुमार द्विवेदी ने 44 टीमों का गठन किया है। इसमें शिक्षा विभाग, जिला पंचायत, नगर पंचायत, लोक निर्माण समेत अन्य विभागों के अधिकारियों को शामिल किया गया है। टीम 38 बिंदुओं पर मदरसों में व्यवस्था की पड़ताल करेगी। इसके बाद रिपोर्ट डीएम को सौंपेगी।
जांच में यह जानकारी जुटाई जाएगी कि मदरसा संचालन के लिए सक्षम अधिकारी से मान्यता प्राप्त की गई है अथवा नहीं। मदरसा निर्धारित मानक के अनुरूप भूमि पर संचालित है, यदि नहीं तो कितनी भूमि पर संचालित किया जा रहा है। भूमि संबंधी अभिलेख के साक्ष्य, मदरसे में कितने कमरे हैं, उनकी लंबाई-चौड़ाई, पंजीकृत बालक-बालिकाओं की संख्या, मदरसे के प्रबंध समिति का पंजीकरण किस अवधि तक के लिए है, मदरसे को राज्य सरकार अथवा भारत सरकार की ओर से कब-कब सहायता मिली। मदरसा संचालन के लिए संचालक के पास क्या वित्तीय संसाधन उपलब्ध हैं? अभिलेख सहित प्रस्तुत करना होगा। मदरसे का पाठ्यक्रम क्या है, ऑडिट किस वर्ष में कराया गया, मदरसा निजी भवन में चलाया जा रहा है अथवा किराए के भवन में, यदि किराए के भवन में है, तो साक्ष्य सहित अभिलेख देना होगा।
मदरसा भवन में उपलब्ध कमरों का विवरण, शिक्षण के लिए प्रधान शिक्षक का कार्यालय, पुस्तकालय के लिए माप, मदरसा संचालन के लिए भवन की मजबूती के संबंध में सक्षम अधिकारी से प्रमाणपत्र लिया गया अथवा नहीं, इसे भी साक्ष्य सहित देना होगा। छात्रों व शिक्षकों के लिए प्रसाधन की व्यवस्था, मदरसे में पेयजल की व्यवस्था, मदरसे के पास क्रीड़ा स्थल है या नहीं, शिक्षक व छात्रों के नामांकन के अनुरूप बैठनेे के लिए कुर्सियां, डेस्क की व्यवस्था, श्यामपट, अलमारी, शिक्षण सामग्री की व्यवस्था, मदरसे में नियुक्त शिक्षक निर्धारित योग्यता रखते हैं अथवा नहीं, शिक्षकों की संख्या कितनी है यह जानकारी साक्ष्य के साथ देनी होगी।
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की तैनाती, भवन निर्माण का वर्ष, भवन का नक्शा पास है अथवा नहीं, भवन नेशनल बिल्डिंग कोड के अनुसार बना है अथवा नहीं, भवन के फाउंडेशन की स्थिति, दीवारों व छत की मजबूती तथा प्लास्टर की स्थिति, भवन भूकंप रोधी मानकों के अनुसार हैं अथवा नहीं, धूप व ठंड से बचाव की स्थिति क्या है, वेंटीलेशन की क्या व्यवस्था है, छात्रों की संख्या के अनुपात में कमरों की स्थिति, रैंप, विद्युत कनेक्शन, फायर फाइटर, मदरसा संचालन के लिए आवश्यक व्यय एवं आय की स्थिति, मदरसे को प्राप्त होने वाली वित्तीय सहायता के साधन, आय का लेखा-जोखा, चंदे से प्राप्त धन के व्यय की स्थिति (क्या इस धन का उपयोग मदरसे से अतिरिक्त अन्य कार्य में तो नहीं लिया जा रहा है), मदरसा मार्ग की चौड़ाई, मदरसा परिसर की सफाई, मदरसा का कोई छात्र परिषदीय विद्यालय में नामांकित तो नहीं है, इसका भी साक्ष्य एकत्र किया जाएगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।