मिट्टी के दीये सिर्फ रोशनी नहीं, जानिए क्यों माना जाता है इसे शुभता, समृद्धि और परंपरा का प्रतीक?
दीपावली के अवसर पर, मिट्टी के दीये बनाने वाले कलाकारों की मेहनत और उम्मीदों की कहानी है। ये कलाकार महीने भर पहले से दीये बनाने में जुट जाते हैं। मिट्टी के दीयों की मांग बढ़ने से उनके घरों में खुशी का माहौल है। ग्रामीण क्षेत्रों में मिट्टी के दीये शुभता और समृद्धि का प्रतीक माने जाते हैं, जो न केवल घरों को रोशन करते हैं, बल्कि कलाकारों के चेहरों पर भी मुस्कान लाते हैं।

सूर्यपाल वर्मा, कानीबोझी (श्रावस्ती)। दीप पर्व रोशनी और खुशियों का प्रतीक है, पर इस उजाले के पीछे छिपी है उन मिट्टी के कलाकारों की मेहनत, जो दिन-रात चाक घुमाकर मिट्टी को दीयों में रूपांतरित करते हैं। यही छोटे-छोटे दीप जब अमावस की रात घर-घर जगमगाते हैं, तो उनके साथ मिट्टी के कलाकारों की उम्मीदें भी रोशन हो उठती हैं।
जमुनहा भवनियापुर गांव निवासी मिट्टी के कलाकार राम छबीले प्रजापति बताते हैं कि दीपावली से करीब एक माह पहले ही दीया बनाने की तैयारी शुरू हो जाती है। सुबह से देर शाम तक वे चाक पर मिट्टी को आकार देते हैं, फिर धूप में सुखाकर पकाने के बाद उन पर सुंदर रंग चढ़ाते हैं। इस बार दीयों की बिक्री अच्छी हो रही है।
इससे उनके परिवार में खुशी का माहौल है। राम नरेश प्रजापति, ननकू प्रजापति, नरेंद्र कुमार प्रजापति व राम छबीले मुस्कुराते हुए कहते हैं कि जब हमारे बनाए दिए किसी के घर की चौखट पर जलते हैं, तो लगता है जैसे हमारी मेहनत और हमारी परंपरा दोनों उजियारा फैला रही हो। बाजारों में इन दिनों मिट्टी के दीयों की मांग तेजी से बढ़ी है।
भले ही इलेक्ट्रिक झालरों और रंगीन लाइटों की भरमार हो, लेकिन पारंपरिक मिट्टी के दी अपनी सादगी, पर्यावरण मित्रता और सांस्कृतिक पहचान के कारण लोगों की पहली पसंद बने हुए हैं। इस बार एक दर्जन साधारण दीयों की कीमत 20 से 30 रुपये तक है, जबकि रंगीन और सजावटी दीये 50 से 100 रुपये तक बिक रहे हैं।
दीपावली पर्व ही मिट्टी कलाकारों के परिवारों की सालभर की मेहनत को नया जीवन देता है। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों का मानना है कि मिट्टी का दीया केवल रोशनी का माध्यम नहीं, बल्कि शुभता, समृद्धि और परंपरा का प्रतीक है। दीपों की यह रोशनी केवल घरों को नहीं, बल्कि मिट्टी के कलाकारों के चेहरों पर भी मुस्कान बिखेरती है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।