नो-मेंस लैंड और सरकारी जमीन पर कब्जा कर बना ली थी मजार, नेपाल सीमा के नजदीक बुलडोजर एक्शन से हुई मुक्त
श्रावस्ती में प्रशासनिक कार्रवाई करते हुए 33 मदरसों को ध्वस्त किया गया और 177 को सील कर दिया गया। नेपाल सीमा के नजदीक अवैध रूप से बने मदरसों और धार्मि ...और पढ़ें

भूपेंद्र पांडेय, जागरण, श्रावस्ती। नेपाल सीमा के निकट अवैध मदरसों, मस्जिदों, ईदगाहों और मजारों का जाल बुना था। नो-मेंस लैंड व सरकारी जमीन पर कब्जा कर एक ऐसी मजार बनी थी, जिसका पिछला दरवाजा नेपाल में और अगला भारतीय क्षेत्र में खुलता था।
अस्थाई मान्यता लेकर शुरू किए गए मदरसों के स्थाई मान्यता के मानक तक नहीं पूरे किए गए थे। श्रावस्ती के अलावा बहराइच, बलरामपुर और लखीमपुर जिले में अवैध ढांचे पर बुलडोजर चला तो मामला चर्चा में आया। 33 मदरसे ध्वस्त हुए हैं और 177 को सील किया गया है।
राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिगत नेपाल सीमा को अतिसंवेदनशील माना जाता है। यहां किसी भी प्रकार की अवैध बसावट भविष्य में बड़ा खतरा बन सकता है। सीमा के निकट बड़ी संख्या में संचालित अवैध मदरसों में दीनी तालीम दी जा रही थी। इन पर कार्रवाई जारी है।
सरकारी जमीनों पर बने चार मजार, तीन मस्जिद व दो ईदगाह के भवन भी ध्वस्त कराए गए हैं। जंगल में बनी मजारों पर भी कार्रवाई की तैयारी है। श्रावस्ती के सिरसिया क्षेत्र के तालबघौड़ा के परसोहना में नो-मेंस लैंड व सरकारी जमीन को मिलाकर 10 बीघे से अधिक क्षेत्रफल में मजार खड़ी थी। इसका पिछला दरवाजा नेपाल में खुलता था और अगला दरवाजा भारतीय क्षेत्र में। नेपाल के रास्ते अराजकतत्व इस मजार में पीछे से प्रवेश कर आसानी से पनाह ले सकते थे।
नोटिस का नहीं दिया जवाब, सीधे पहुंचे न्यायालय
अवैध निर्माण व बिना मान्यता के संचालित मदरसों पर कार्रवाई से पहले तीन बार नोटिस दी गई। भवन पर नोटिस चस्पा कर जवाब मांगा गया। किसी ने भी प्रशासन को जवाब देना उचित नहीं समझा। 16 मदरसा संचालकों ने उच्च न्यायालय में गुहार लगाई। तीन जुलाई को इस पर सुनवाई होनी है।
श्रावस्ती में सबसे अधिक हुई कार्रवाई
श्रावस्ती में सबसे अधिक लगभग 130 मदरसे सील किए गए हैं। 25 मदरसों ध्वस्त किया गया है। चार मजार, तीन मस्जिद व दो ईदगाहों को भी ध्वस्त किया जा चुका है। डीएम अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि शासन के निर्देश पर विधिक प्रक्रिया के तहत कार्रवाई हुई है।
बहराइच में 13 मदरसे सील हुए और दो ध्वस्त किए गए। बलरामपुर में एक मदरसे को प्रशासन ने ध्वस्त किया। पांच मदरसे स्थानीय लोगों ने हटा लिए। 34 मदरसे सील हुए हैं। लखीमपुर जिले की कार्रवाई सबसे सुस्त है। यहां कुल 256 मान्यता प्राप्त मदरसे हैं। इनमें 48 विभिन्न कारणों से बंद हैं।
नेपाल सीमा के निकट पलिया तहसील में छह मदरसे व निघासन में तीन मदरसे अवैध रूप से संचालित हैं। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के कनिष्ठ सहायक बृजेश कुमार ने बताया कि इनके संचालकों को नोटिस दी जा चुकी है।

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