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    दशरथ विलाप देख दर्शकों की भर आई आंखे

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    Updated: Sun, 09 Oct 2016 11:44 PM (IST)

    श्रावस्ती : जिले में रामलीला की धूम मची हुई है। मंचन देखने के लिए देर रात तक दर्शकों की भीड़ जुटी रहत

    श्रावस्ती : जिले में रामलीला की धूम मची हुई है। मंचन देखने के लिए देर रात तक दर्शकों की भीड़ जुटी रहती है। चारो ओर मां दुर्गा के पूजन-अर्चन के साथ रामलीला का मंचन हो रहा है। शनिवार की रात श्रीरामलीला में कहीं राम वन गमन तो कहीं सीता हरण का भावपूर्ण मंचन किया गया। इस दौरान दशरथ विलाप देख दर्शकों की आंखे भर आई।

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    भिनगा नगर में स्थानीय कलाकारों की ओर से रामलीला का बेहतर मंचन किया जा रहा है। शनिवार की रात ठाकुरद्वारा परिसर के रामलीला मैदान में राम वन गमन का भावपूर्ण मंचन किया गया। राजा दशरथ के बड़े पुत्र भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक की तैयारिया हो रही थी। इसी दौरान रानी कैकेई ने राजा दशरथ से दो वरदान मांग लिए। इसे सुनकर राजा दशरथ मूर्छित हो गए। काफी अनुनय-विनय के बाद भी जब कैकेई नहीं मानीं तो उन्हें श्रीराम, सीता व लक्ष्मण को वन भेजना पड़ा। राम वन गमन के बाद राजा दशरथ का विलाप देख सबकी आंखे भर आई। इस मौके पर नगर पंचायत अध्यक्ष अजय आर्य, नपं के अधिशाषी अधिकारी सर्वेश मोहन, दिलीप पाठक, आशीष आर्य आदि लोग मौजूद रहे। पटना खरगौरा के पोखरा शिवमंदिर पर चल रही श्रीरामलीला में भरत मिलाप से सीता हरण तक का मंचन किया गया। भगवान राम के वन जाने के बाद गुरु वशिष्ट की आज्ञा पाकर सुमंत भरत व शत्रुघ्न को ननिहाल से वापस लाते हैं। अयोध्या पहुंच की श्रीराम-जानकी के वन जाने की कथा सुनकर वे खिन्न हो जाते हैं। शत्रुघ्न क्रोधित होकर कुबड़ी के कूबड़ पर अपने पैर से जोरदार प्रहार करते हैं। इसके बाद भरत जी राम को मनाने के लिए वन की ओर प्रस्थान करते हैं। भरत व राम के स्नेहपूर्ण मिलाप का मंचन देख लोग भावविभोर हो गए। सीता हरण तक की कथा का मंचन किया गया। इस दौरान शिवकुमार सिंह, चंद्रभूषण तिवारी, रामकुमार सोनी, अरविंद पाडेय, मटेर दास, बाल गोविंद, कैलाश पांडेय, ब्रह्मा कुमार सोनी, बघेल सिंह, राकेश पांडेय, अनुपम पांडेय, सत्यम व शिवम की कला को सराहा गया। रामलीला के दौरान ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अरविंद वर्मा, प्रमोद वर्मा, ननकऊ प्रसाद वर्मा, ननके, कर्ताराम, भूलन भार्गव, छविलाल सोनी आदि लोग मंच पर मौजूद रहे।