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    प्रभु विपरीत परिस्थितियों में हमेशा निभाते हैं मित्रता: शास्त्री

    आर्य समाज मंदिर शामली के आठ दिवसीय ऋषि बोध उत्सव का रविवार को शुभारंभ हो गया। भजन-प्रवचन के दौरान फरीदाबाद से आए आर्य विद्वान प्रदीप शास्त्री ने कहा कि सांसारिक मित्र तो अनुकूल समय में ही साथ निभाते हैं लेकिन प्रभु विपरीत परिस्थितियों में हमेशा मित्रता निभाते हैं।

    By JagranEdited By: Updated: Mon, 17 Feb 2020 06:06 AM (IST)
    प्रभु विपरीत परिस्थितियों में हमेशा निभाते हैं मित्रता: शास्त्री

    शामली, जेएनएन। आर्य समाज मंदिर शामली के आठ दिवसीय ऋषि बोध उत्सव का रविवार को शुभारंभ हो गया। भजन-प्रवचन के दौरान फरीदाबाद से आए आर्य विद्वान प्रदीप शास्त्री ने कहा कि सांसारिक मित्र तो अनुकूल समय में ही साथ निभाते हैं, लेकिन प्रभु विपरीत परिस्थितियों में हमेशा मित्रता निभाते हैं।

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    आर्य समाज मंदिर शामली के ऋषि बोध उत्सव के प्रथम दिन आर्य समाज मंदिर से प्रात: साढ़े पांच बजे प्रभात फेरी निकाली गई, जो शिवगंज मंडी यज्ञमान परिवार के घर पहुंच कर संपन्न हुई। जिसके बाद प्रथम यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसके यज्ञमान सुधांशु गुप्ता, अनुपम गुप्ता, प्रदीप गुप्ता, सीमा गुप्ता, रामभज गोयल, स्वाति गोयल, राकेश मित्तल, निशा मित्तल रहे। आर्य समाज के पुरोहित डा. रविदत्त शास्त्री ने यज्ञ संपन्न कराया। यज्ञ के बाद फरीदाबाद से पधारे आर्य विद्वान प्रदीप शास्त्री ने कहा कि सच्चा मित्र अपने मित्र को पाप के रास्ते से हटाकर पुण्य के रास्ते पर लगाता है। छुपाने योग्य बातों को छुपाता है और गुणों को प्रकट करता है। आपत्ति आने पर मित्र बिना मांगे सहायता करता है। उन्होंने कहा कि महाभारत काल में कुछ स्वार्थी लोगों ने वेदों को पढ़ने नहीं दिया। ईश्वर की कृपा से ऋषि दयानंद का जन्म हुआ। ऋषि दयानंद ने मजहबी घड़ों को तोड़कर वेदों के माध्यम से प्रभु उपासना का मार्ग प्रशस्त किया। आर्य समाज के संरक्षक रघुवीर सिंह आर्य, आर्य विद्या सभा के प्रधान राजपाल आर्य व मंत्री दिनेश आर्य द्वारा यज्ञमान परिवार को वैदिक साहित्य भेंट किया गया। कार्यक्रम का संचालन आर्य समाज के मंत्री सुभाष धीमान ने किया। इस अवसर पर आर्य समाज के प्रधान सुभाष गोयल आर्य, कोषाध्यक्ष रविकांत आर्य, रामेश्वर दयाल आर्य, कौशल्या आर्य, सनुतापाल आर्य, उषा आर्य, नरेंद्र अग्रवाल, वेदप्रकाश आर्य, सत्यप्रकाश आर्य, सतपाल आर्य, राजीव आर्य, पवन गोयल, यशपाल पंवार, राकेश गोयल, सुधीर सिघल, बीना अग्रवाल, पूनम आर्य, मिथलेश आर्य आदि उपस्थित रहे।