आजाद और सुहैल ने ही आतंकी अहमद मोहियुद्दीन सैयद को पाकिस्तान से लाकर दिए हथियार!
शामली के आजाद को हथियार तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया। एटीएस अधिकारी ने उसके भाई को दो बार कॉल करके सूचना दी। पूछताछ में पता चला कि मदरसे में तालीम के दौरान वह आईएसआई के संपर्क में आया था। उसने अपने पिता से फोन पर गुजरात आने को कहा। एटीएस के अनुसार, आजाद ने हैदराबाद के आतंकी को हथियार सप्लाई किए थे, जिसकी जांच जारी है।

शामली के कस्बा झिंझाना के मुहल्ला शेखा मैदान में सलारा में एटीएस द्वारा गुजरात में गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकी का मकान व आजाद सुलेमान। सौ. स्वजन
जागरण संवाददाता, शामली। पाकिस्तान से ड्रोन के सहारे हथियार तस्करी और आतंकी गतिविधि के आरोप में गिरफ्तार किए गए आजाद ने एटीएस के अधिकारी के मोबाइल फोन से अपने पिता से बातचीत की। आजाद ने कहा कि अब्बू कपड़े लेकर गुजरात आ जाओ, जैसे ही उन्होंने गुजरात कैसे गया पूछा तो आजाद चुप हो गया। इसके बाद एटीएस के अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को जेल भेजा जाएगा। अब आजाद के स्वजन गुजरात जाने की तैयारी कर रहे हैं।
आतंकी गतिविधि में शामिल रहने के आरोप में गिरफ्तार किए गए झिंझाना निवासी आजाद के पिता सुलेमान ने बताया कि उनके पुत्र ने साल 2020 में लाकडाउन के दौरान एक साल लुधियाना में सिलाई मशीन बनाने का कार्य सीखा था, इसके बाद वह वापस आ गया था। तब से मदरसे में ही पढ़ाई कर रहा था। आजाद बीच-बीच में घर आता था और कई बार देश के विभिन्न राज्यों में जमात के लिए भी गया है।
सुलेमान ने बताया कि रविवार दोपहर एटीएस के अधिकारियों ने आजाद के गिरफ्तार करने की जानकारी दी। इसके बाद शाम को एटीएस के अधिकारियों की फिर से काल आई और पुत्र आजाद से बात कराई गई। आजाद ने बातचीत के दौरान कहा कि अब्बू कपड़े लेकर गुजरात आ जाओ, गिरफ्तारी क्यों हुई, कैसे गुजरात गया, इस संबंध में फिलहाल आजाद ने अपने स्वजन को कुछ नहीं बताया है। इसके बाद सुलेमान की बात एटीएस के अधिकारियों से हुई। खुफिया सूत्रों के अनुसार आजाद और सुहेल ने ही हैदराबाद के आतंकी अहमद मोहियुद्दीन सैयद को पाकिस्तान से राजस्थान सीमा के रास्ते हथियार लाकर दिए थे।
मुजफ्फरनगर के दाउद मदरसे में पढ़े हैं आजाद और सुहेल
मुजफ्फरनगर : एटीएस द्वारा गुजरात में गिरफ्तार किए गए तीन आतंकियों में से दो ने बुढ़ाना कस्बे के दाउद मदरसे से पढ़ाई की है। कस्बे के बुढ़ाना स्थित दाउद मदरसे के संचालक व मौलाना दाउद के बेटे मोहम्मद आरिफ ने बताया कि एटीएस द्वारा गिरफ्तार किया गया आजाद निवासी झिंझाना जनपद शामली ने वर्ष 2018 से 2019 तक उनके मदरसे में हाफिज की तालीम हासिल की थी। कोरोना काल के बाद वह मदरसे में नहीं आया। तब से कोई संपर्क भी नहीं हुआ।
मोहम्मद सुहैल निवासी लखीमपुर ने तीन महीने पहले ही दाउद मदरसे में दाखिला लिया था। वह वर्तमान में हाफिज की पढ़ाई कर रहा था। चार नवंबर को वह अपने पिता की तबीयत खराब होने की बात कहकर छुट्टी लेकर गया था, तब से वह भी नहीं लौटा। आरिफ ने बताया कि सुहैल इससे पहले डेढ़ वर्ष पूर्व कुछ दिनों तक मदरसे में पढ़ा था और वापस चला गया था। उन्होंने कहा कि मदरसे का किसी भी तरह की संदिग्ध या आपराधिक गतिविधियों से कोई लेना-देना नहीं है। यहां केवल धार्मिक शिक्षा दी जाती है। छात्र अलग-अलग जिलों से आते हैं। दोनों की गिरफ्तारी की जानकारी उन्हें मीडिया पर चल रही खबरों से मिली है।

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