Smart Meter: स्मार्ट मीटर दौड़ रहा तेज? बिजली विभाग की इस टेक्निक से पता चल जाएगी हकीकत
शामली में स्मार्ट मीटर को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए ऊर्जा निगम ने उपभोक्ताओं की संतुष्टि के लिए स्मार्ट मीटरों के साथ ही पांच प्रतिशत चेक मीटर लगाने का निर्णय लिया है। चेक मीटर व स्मार्ट मीटर की खपत की तुलना की जाएगी। जिले में 1.80 लाख उपभोक्ताओं में 80 हजार के यहां स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं।

जागरण संवाददाता, शामली। स्मार्ट मीटर लगने से बिल अधिक आने को लेकर तरह-तरह की भ्रांति फैली हुई हैं। इस कारण बड़ी संख्या में लोग स्मार्ट मीटर का विरोध भी कर रहे हैं। ऐसे में ऊर्जा निगम ने उपभोक्ताओं की संतुष्टि के लिए स्मार्ट मीटरों के साथ ही पांच प्रतिशत चेक मीटर लगाने का निर्णय लिया है। चेक मीटर व स्मार्ट मीटर की खपत की तुलना की जाएगी। इसमें दोनों की रीडिंग समान मिलती है, तो मीटर सही है। हालांकि, जिले में कुछ उपभोक्ताओं के यहां चेक मीटर लगा तो स्मार्ट मीटर की रीडिंग समान मिली है।
जिले में स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य लगातार चल रहा है। यहां 1.80 लाख उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य है। जिले में उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य चल रहा है। स्मार्ट मीटर लगाने के बाद से कुछ स्थानों पर भ्रांति रही है कि स्मार्ट मीटर लगने से बिल चार से पांच गुना तक अधिक आ रहा है।
ऐसे में स्मार्ट मीटर लगा रहे कर्मियों का विरोध भी कई स्थानों पर शुरू हुआ था। उपभोक्ता अधिक बिल के डर से स्मार्ट मीटर लगवाने से बच रहे थे, हालांकि स्मार्ट मीटर से अधिक बिल आने की कोई सटीक शिकायत या तथ्य नहीं मिले। ऊर्जा निगम ने जिले में स्मार्ट मीटर को लेकर उपभोक्ताओं के बीच फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए जागरूकता शुरू की है।
इसके साथ ही स्मार्ट मीटर के साथ चेक मीटर लगाकर उपभोक्ताओं का भ्रम दूर किया जा रहा है। जिले में पांच प्रतिशत स्मार्ट मीटर के साथ चेक मीटर लगाए जाएंगे। अधीक्षण अभियंता वीरेंद्र सिंह के निर्देश पर 80 हजार लगाए स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के यहां पांच प्रतिशत चेक मीटर लगाने का कार्य शुरू किया गया है।
80 हजार उपभोक्ताओं ने लगवाए स्मार्ट मीटर
आरडीएसएस योजना के तहत जिले की शामली, ऊन व कैराना तहसील क्षेत्रों में 80 हजार उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। स्मार्ट मीटरों के तेज चलने, गलत रीडिंग आने समेत उपभोक्ताओं की शिकायतों और भ्रांतियों को दूर करने में एमडी ईशा दुहन के निर्देश पर पश्चिमांचल के सभी 14 जिलों में बिजली अधिकारी स्मार्ट मीटर के प्रति उपभोक्ताओं में भरोसा रखने को अभियान चला रहे हैं।
स्मार्ट मीटर नहीं तेज, सही मिली रीडिंग
पिछले 15 दिन पहले जिले के 10 ऐसे उपभोक्ताओं के यहां चेक मीटर लगवाए गए थे, जो अधिक बिल व रीडिंग की शिकायत कर रहे थे। इसमें मीटर और चेक मीटर में बिजली खपत (रीडिंग) में कोई अंतर नहीं मिला। जांच पड़ताल होने पर दोनों मीटर में बिजली की खपत एक समान आई है। ऊर्जा निगम को शामली टाउन में सीमा, महेंद्र, मोहम्मद नाकी, ललित व कैराना टाउन के नूरहसन, धूलीराम, शोभित कांबोज के परिसर में चेक मीटर लगाया गया था, जिसमें स्मार्ट मीटर व चेक मीटर में समान भार व समान रीडिंग पाई गई है। जिसके बाद सभी उपभोक्ता संतुष्ट हुए।
स्मार्ट मीटर से कोई नुकसान नहीं है। मोबाइल पर बिल, रीडिंग, खपत देखी जा सकती है। स्मार्ट मीटर गलत रीडिंग की कोई भी गुंजाइश नहीं होती। यह तेज नहीं चलता है। उपभोक्ताओं को कोई भ्रम नहीं रखना चाहिए। हम पांच प्रतिशत स्मार्ट मीटर पर चेक मीटर यानि पुराने मीटर ही छोड़ रहे है। कोई भी अंतर सामने नहीं आ रहा है।- वीरेंद्र सिंह, अधीक्षण अभियंता
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