शामली-दिल्ली के बीच सफर होगा सुगम, रफ्तार को मिलेगी गति... रेल मंत्री ने की है यह घोषणा
केंद्रीय रेल मंत्री ने शामली और दिल्ली के बीच रेल यात्रा को सुगम बनाने की घोषणा की है। इस परियोजना के पूरा होने से यात्रियों को काफी सुविधा होगी और यात्रा में लगने वाला समय भी कम हो जाएगा। रेल मंत्री ने कहा कि सरकार रेल सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इससे यात्रियों को आरामदायक यात्रा का अनुभव होगा।

शामली रेलवे स्टेशन। जागरण आर्काइव
जागरण संवाददाता, शामली। अभी तक फट्टेदार सीट के साथ ही एक्सप्रेस और मालगाड़ी को निकालने के लिए क्रासिंग पर घंटों इंतजार और धीमी रफ्तार से चलती ट्रेन शामली से चलकर दिल्ली पहुंचने में तीन घंटे का समय लिया करती थी, लेकिन अब दैनिक यात्रियों को सुविधा मिलने जा रही है। रेल मंत्री ने दोहरीकरण की घोषणा की है। जल्द ही डीपीआर दोबारा से बनेगी और इस बार बजट में दोहरीकरण के लिए बजट के घोषणा होने की भी उम्मीद है। इससे शामली से दिल्ली के बीच सफर करने वाले यात्रियों को लाभ मिलेगा। साथ ही लंबी दूरी के लिए ट्रेनों के संचालन की भी उम्मीद जगी है।
दिल्ली-शामली-सहारनपुर रेलवे लाइन के लिए साल 2016 में विद्युतीकरण और दोहरीकरण कार्य का शिलान्यास हुआ था। विद्युतीकरण कार्य पूरा हो चुका है। साल 2019 में दोहरीकरण के लिए 1214 करोड़ की डीपीआर भी तैयार की गई थी, लेकिन रेलवे की ओर से मंजूरी न मिलने के कारण यह कार्य अधर में अटका था। मामले को लेकर स्थानीय लोगों ने कई बार डीआरएम और रेल मंत्री को भी पत्र भेजकर मांग उठाई थी।
सोमवार को बड़ौत में आयोजित कार्यक्रम के दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शामली-दिल्ली रेलवे मार्ग के लिए दोहरीकरण की घोषणा कर दी। इससे दैनिक यात्रियों के अलावा शामली-दिल्ली के बीच ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों को भी लाभ मिलेगा। साथ ही अब शामली से लखनऊ, वैष्णो देवी, बाबा खाटूश्याम जाने के लिए भी ट्रेनों के संचालन की उम्मीद जगी है। वैष्णो देवी, प्रयागराज और लखनऊ के लिए ट्रेनों का संचालन को लेकर कैराना सांसद इकरा हसन ने भी संसद में मांग उठाई थी, लेकिन अभी तक इस प्रकरण में रेलवे की ओर से कोई सुनवाई नहीं की गई।
दोहरीकरण होने के बाद इसके रास्ते खुलने की उम्मीद जगी है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार केंद्र सरकार की ओर से जारी होने वाले बजट में शामली-दिल्ली रेलवे मार्ग का दोहरीकरण के लिए भी बजट मिल सकता है। रेल मंत्री की ओर से घोषणा होने के बाद अब रेलवे के अधिकारी जल्द ही इसकी डीपीआर भी तैयार करेंगे। रेलवे के सूत्रों के अनुसार करीब 1400 से 1500 करोड़ के बीच इस बार डीपीआर तैयार होगी।

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