Updated: Sun, 27 Apr 2025 06:00 AM (IST)
शामली में एक शिक्षक को फर्जी अंकतालिका के आधार पर 15 साल तक नौकरी करने के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) के निर्देश पर खंड शिक्षा अधिकारी ने आदर्श मंडी थाने में शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। साथ ही शिक्षक से 15 वर्षों में लिए गए वेतन की वसूली भी की जाएगी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
आकाश शर्मा, शामली। इंटर की फर्जी अंक तालिका के आधार पर 15 साल से सहायक अध्यापक के पद पर नौकरी कर रहे शिक्षक की सेवा समाप्त कर दी गई। शिक्षक से 15 साल में लिए गए वेतन की रिकवरी भी की जाएगी। बीएसए के निर्देश पर खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) शामली ने आदर्श मंडी थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
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पुलिस ने प्रकरण की जांच शुरू कर दी है। फरवरी 2025 में शिक्षा विभाग ने सभी शिक्षकों की सेवा पंजिका अपडेट करते समय शैक्षिक प्रमाण पत्र की जांच कराई थी। सहायक अध्यापक विजय सिंह ने एमएच एजुकेशनल विद्यापीठ जौनपुर से जारी इंटरमीडिएट की अंक तालिका और अन्य प्रमाण-पत्र लगाए थे।
अधिकारियों को शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी होने का शक हुआ तो बीएसए लता राठौर ने सत्यता की जांच के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज बोर्ड सचिव को प्रमाण पत्र भेजा। बीएसए ने बताया कि क्षेत्रीय सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद मेरठ की ओर से 19 मार्च को भेजे गए पत्र के अनुसार उक्त अंक तालिका एवं अन्य प्रमाण पत्र फर्जी निकले।
इस संबंध में उन्होंने मार्च 2025 में ही शिक्षक विजय के वेतन पर रोक लगाते हुए नोटिस जारी किया था। इस पर सात अप्रैल को वह हाईकोर्ट चले गए थे। हाईकोर्ट ने दो सप्ताह के अंदर समस्त कागजात और अपना पक्ष रखने का समय दिया था, लेकिन शिक्षक ने कोई जवाब नहीं दिया।
शनिवार को बीएसए ने इस प्रकरण में तत्काल प्रभाव से उच्च प्राथमिक विद्यालय धनैना के सहायक अध्यापक विजय कुमार निवासी जाट कालोनी शामली (मूल निवासी गांव धनैना, शामली) की सेवा समाप्त कर दी। बीएसए के निर्देश पर बीईओ प्रिंसी ने आदर्श मंडी थाने में शिक्षक के खिलाफ विभाग को गुमराह करते हुए 15 साल तक फर्जी कागजजा के आधार पर नौकरी करने के आरोप में तहरीर दी। थाना प्रभारी राजेंद्र गिरि ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
2010 में बना था शिक्षक
विजय सिंह शामली ब्लाक क्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यालय धनैना में 28 जुलाई 2010 से बतौर सहायक अध्यापक तैनात हुए थे। दो साल पहले उन पर एक शिक्षिका ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था। इस मामले में वह जेल भी गए थे। मामला कोर्ट में विचाराधीन है। इसके बाद उन्होंने एरियर निकलवाने के लिए बीईओ शामली के कार्यालय में तैनात शिक्षक दिनेश कुमार को एंटी करप्शन से रिश्वत लेते गिरफ्तार कराया था। तब से ही वह चर्चा में हैं।
रिकवरी नोटिस शीघ्र जारी होगा
विजय सिंह ने 15 साल तक फर्जी कागजों पर नौकरी करते हुए विभाग से वेतन लिया है। बीएसए ने इस संबंध में लेखाधिकारी को पत्र लिखा और समस्त वेतन की रिकवरी करने के लिए कहा है। विभागीय सूत्रों के अनुसार एक करोड़ रुपये से अधिक की शिक्षक से रिकवरी होगी। इस संबंध में सोमवार तक रिकवरी का नोटिस जारी किया जाएगा।
इंटर की फर्जी अंक तालिका के आधार पर नौकरी करने वाले शिक्षक विजय सिंह की सेवा समाप्त कर दी गई है। उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के लिए बीईओ को निर्देश दिए हैं। समस्त वेतन की रिकवरी के लिए भी लेखाधिकारी को पत्र लिखा गया है। जल्द ही रिकवरी की जाएगी। -लता राठौर, बीएसए।
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