लोन महिलाओं के नाम पर, पैसा मैनेजर के खाते में...यूं हुआ मामले का राजफाश
शामली में सेटिन क्रेडिट केयर नेटवर्क लिमिटेड के शाखा प्रबंधक पर 20 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगा है। प्रबंधक ने 10 महिलाओं के नाम पर लोन स्वीकृत कराकर उनके खाते में पैसे नहीं भेजे और 45 महिलाओं से लोन की रकम अपने खाते में जमा करा ली। कंपनी के क्षेत्रीय प्रबंधक ने मुकदमा दर्ज कराया है, पुलिस जांच कर रही है।

शामली में सेटिन क्रेडिट केयर नेटवर्क लिमिटेड के शाखा प्रबंधक पर 20 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप। (प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, शामली। सेटिन क्रेडिट केयर नेटवर्क की शाखा शामली में आडिट रिपोर्ट में शाखा प्रबंधक का फर्जीवाड़ा सामने आया है। आरोपित ने लोन दिलाने के नाम पर शामली की 10 महिलाओं के बैंक खातों का इस्तेमाल किया और 45 महिलाओं से लोन के रुपये अपने खाते में रुपये ट्रांसफर करा लिए थे। जांच में 20 लाख रुपये की धोखाधड़ी सामने आई है। कंपनी के क्षेत्रीय प्रबंधक की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल कंपनी का आडिट जारी है।
शामली के मुहल्ला दयानंद नगर में सेटिन क्रेडिट केयर नेटवर्क की शाखा है। यहां उत्तराखंड के थाना भगवानपुर क्षेत्र निवासी मनोज कुमार पुत्र फूल सिंह बतौर शाखा प्रबंधक तैनात थे। यह कंपनी महिलाओं को 50 हजार रुपये से डेढ़ लाख रुपये के बीच सस्ती दरों पर रोजगार के लिए लोन देती है। बताया गया कि मैनेजर ने 10 महिलाओं के नाम से लोन किया और अपने परिचितों के मिलते-जुलते नाम के खातों में रुपये ट्रांसफर कर लिए। इसके अलावा 45 महिलाओं ने कंपनी से लोन ले रखा था।
मैनेजर ने सभी 45 महिलाओं से कहा कि लोन जमा कर दो, और फिर पांच लाख रुपये तक का लोन कम ब्याज पर दिला देंगे। महिलाओं से प्राप्त लोन के रुपये अपने और परिचितों के खाते में जमा कर लिए। कंपनी की ओर से 14 अगस्त को आडिट के दौरान जांच में 20 लाख 73 हजार 454 की धोखाधड़ी मिली। कंपनी के क्षेत्रीय प्रबंधक राहुल शर्मा ने बताया कि आरोपित ने 10 महिलाओं के नाम कंपनी से लोन तो कराया, लेकिन उनके खाते में एक भी रुपये नहीं भेजा गया।
आरोपित ने 45 महिलाओं से लोन के रुपये भी अपने और अपने परिचितों के खाते में जमा करा लिए, जबकि कंपनी में एक भी रुपया जमा नहीं किया गया। क्षेत्रीय प्रबंधक की ओर से एसपी को इस संबंध में प्रार्थना-पत्र दिया गया था। मंगलवार को पुलिस ने इस प्रकरण में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। थाना प्रभारी सचिन शर्मा ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वहीं, क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि कंपनी की ओर से भी जांच की जा रही है। ऐसे में ओर भी रुपये का गबन की जानकारी मिल सकती है। आरोपित गबन करने के बाद से ही लापता है। इस संबंध में शाखा प्रबंधक मनोज कुमार से बातचीत करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका मोबाइल नंबर बंद मिला। उन्हें पक्ष रखने के लिए मैसेज भी भेजा गया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिल सका।

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