यूपी में भी बढ़ने लगा AQI, अपर जिलाधिकारी ने किसानों से कर दी ये अपील
दीपावली पर बढ़ते प्रदूषण के कारण शामली जिला प्रशासन ने किसानों से फसल अवशेष न जलाने की अपील की है। सैटेलाइट से निगरानी रखी जा रही है और उल्लंघन करने पर जुर्माने का प्रावधान है। किसानों से एसएमएस का प्रयोग करने और कूड़ा न जलाने का आग्रह किया गया है। एडीएम ने पर्यावरण संरक्षण के लिए पराली न जलाने की अपील की है।

जागरण संवाददाता, शामली। दीपावली पर प्रदूषण बढ़ने के साथ ही जिला प्रशासन ने भी किसानों से फसल अवशेष न जलाने की अपील की है। इसके लिए सेटेलाइट से निगरानी शुरू कर दी गई है। धान के अवशेष व कूड़ा-पत्ती पराली जलाने पर जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी। अपर जिलाधिकारी ने किसानों से अपील की है कि इसलिए खेत या मैदान में कोई भी अवशेष न जलाएं।
कृषि विभाग को आग जलाने की घटनाएं सेटेलाइट के माध्यम से प्राप्त हो जाती है। इसमें जुर्माने की कार्रवाई होती है, इसलिए धान आदि की कटाई करते समय अनिवार्य रूप से एसएमएस का प्रयोग करना सुनिश्चित करने की अपील की जा रही है। जिला कृषि अधिकारी प्रदीप यादव ने बताया कि कोई भी कंबाइन हार्वेस्टर स्वामी बिना एसएमएस के धान की कटाई करते हुए मिलता है तो सीजर की कार्रवाई की जाएगी।
पराली फसल अवशेष व कूडा अवशेष किसी भी स्थान पर जलाया जाता है तो संबंधित को चिह्नित कर उसके विरुद्ध जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी। इसलिए कोई भी किसान पराली अवशेष या फिर कूड़ा न जलाएं। अक्सर कुछ लोग कूड़े को एकत्रित कर उसमें आग लगा देते है। इससे पर्यावरण प्रदूषित होता है, इसलिए ऐसा न करें, क्योंकि यह भी जुर्माने की कार्रवाई के दायरे में आएगा। इसके साथ ही विभाग से डी कंपोजर निश्शुल्क प्राप्त कर सकते हैं।
वहीं एडीएम सत्येंद्र सिंह ने किसानों से अपील की है कि पर्यावरण दूषित हो रहा है। यह हम सभी जानते है, बिगड़ता पर्यावरण हम सभी के लिए हानिकारक है। इसे बचाने के लिए खेतों में धान की पराली और कृषि अवशेष नहीं जलाएं। इसके जलाने से जहां पर्यावरण दूषित होता है तो खेती योग्य उपजाऊ भूमि की उर्वरा शक्ति भी नष्ट हो जाती है। उन्होंने कहा कि इनका प्रयोग न करें और दूसरे लोगों को भी इसके प्रति जागरूक करेंगे।


कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।