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    Shamli News: ऊन मिल में सरकारी यूरिया का भंडाफोड़, पुलिस-प्रशासनिक अफसरों ने फिल्मी अंदाज में की कार्रवाई!

    Updated: Sat, 28 Jun 2025 12:10 PM (IST)

    शामली के ऊन चीनी मिल में यूरिया की अवैध सप्लाई का खुलासा हुआ। अधिकारियों ने एक सप्ताह तक निगरानी रखी। शिकायत मिलने पर जिला कृषि अधिकारी ने सीओ और तहसीलदार के साथ मिलकर छापा मारा। टीम ने फिल्मी अंदाज में कार्रवाई करते हुए मिल से दो किमी दूर अपनी गाड़ियां खड़ी की और निजी वाहन से पहुंचे। मिल के कई कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

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    ऊन चीनी मिल पर छापेमारी कार्रवाई के दौरान जिला कृषि अधिकारी, सीओ और तहसीलदार। जागरण आर्काइव

    जागरण संवाददाता, शामली। ऊन ब्लाक क्षेत्र में यूरिया की अधिक खपत की बात सामने आने के बाद अधिकारियों ने एक सप्ताह से उस क्षेत्र में नजर रखनी शुरू कर दी थी। पता चला कि ऊन चीनी मिल में यूरिया सप्लाई हो रहा है, तो कार्रवाई के लिए शाम को ही टीम पहुंच गई थी। हालांकि रात का इंतजार किया गया, ताकि कोई पहचान ना ले। सीओ ने मिल में पहुंचने और यूरिया पकड़े जाने के बाद वर्दी पहनी थी। वहीं, अपनी गाड़ियां भी उन्होंने मिल से करीब दो किमी दूर खड़ी की थी।

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    जिले में लगातार यूरिया आ रहा था, लेकिन ऊन क्षेत्र में उसकी मांग अधिक थी। किसान दिवस में भी इसकी शिकायत पहुंची थी, जिस पर जिला कृषि अधिकारी प्रदीप यादव को कुछ शक हुआ। उन्होंने बताया कि करीब एक सप्ताह तक टीम को लगाकर जांच कराई गई। पता चला कि ऊन चीनी मिल में सरकारी यूरिया की सप्लाई हो रही है। अलसुबह और रात के समय ही ट्रक में कट्टे आते हैं।

    इसकी जानकारी उन्होंने जिलाधिकारी अरविंद कुमार चौहान को दी। उन्होंने कार्रवाई के लिए कहा तो जिला कृषि अधिकारी ने पूरी योजना बनाई और बुधवार शाम ही वह सीओ थानाभवन जितेंद्र यादव, तहसीलदार के साथ पहुंच गए थे।

    मिल से दूरी खड़ी की गाड़ी, वैगनआर से गए

    जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि उन्होंने सरकारी गाड़ियों को मिल से करीब दो किमी दूर खड़ा कर दिया था। वह शाम को ही पहुंच गए थे। कोई पहचान ना ले, इसलिए रात होने का इंतजार किया। सीओ भी सादे कपड़ों में थे, ताकि मिल के अंदर चले जाएं। रात होने पर वह मिल के अंदर गए और वायलर के पास जैसे पहुंचे तो यूरिया के कट्टे मिल गए। इसके बाद उन्होंने कार्रवाई की जानकारी दी तो सीओ थानाभवन ने भी वर्दी पहन ली, और थाना पुलिस को बुला लिया।

    कट्टे रखने के बहाने मिल में घुसे थे

    ऊन चीनी मिल पर कार्रवाई पूरी तरह से फिल्मी अंदाज में की गई थी। टीम जानती थी कि यदि वह सरकारी गाड़ियों से पहुंचेगी तो उसे कुछ नहीं मिलेगा, इसलिए पहले ही योजना बना दी थी। सरकारी गाड़ी दूर खड़ी की। इसके बाद वैगनआर कार से वह मिल तक पहुंचे। वहां पर कर्मचारियों से कट्टों के लेने-देने के बारे में बातचीत की। इसके बाद अंदर गए और मामले का राजफाश कर दिया।

    अलसुबह और रात में आते थे ट्रक

    जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि पूरी योजना के तहत ही मिल अधिकारी यूरिया को मंगाते थे। उन्होंने जब टीम को जांच के लिए लगाया था तो पता चला कि अलसुबह और देर रात ही ट्रकों में यरिया आता है, ताकि किसी को पता ना चले। उनके सामने बड़ी चुनौती यही थी कि कार्रवाई के दौरान कट्टे मिल जाएं। उन्होंने बायलर पर पहुंचकर जब कट्टे बरामद किए तो छापे की जानकारी मिल प्रबंधन को दी थी।

    आरोपितों की तलाश में दी जा रही दबिश

    ऊन चीनी मिल में सरकारी यूरिया का इस्तेमाल किए जाने के मामले में यूनिट हेड अर्जुन शर्मा, प्रोडक्शन मैनेजर अंकित चौधरी, सीनियर एचआर रविंद्र शर्मा, जूनियर एचआर दीपक शर्मा, शिफ्ट इंचार्ज हनी खाटियान और एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम दबिश दे रही है। जल्द ही उनको पकड़ लिया जाएगा। इसके साथ ही अन्य जांच भी की जा रही है।