पबजी गेम प्रकरण में एक आरोपित गिरफ्तार
पबजी गेम को लेकर गांव हसनपुर में हुए संघर्ष और फायरिग प्रकरण में फरार चल रहे एक आरोपित को मंगलवार को पुलिस ने दबोच लिया। ...और पढ़ें

शामली, जेएनएन। पबजी गेम को लेकर गांव हसनपुर में हुए संघर्ष और फायरिग प्रकरण में फरार चल रहे एक आरोपित को मंगलवार को पुलिस ने दबोच लिया। उसके पास से एक अवैध देशी पोनी बंदूक, एक खोखा व दो जिदा कारतूस बरामद हुए। वहीं इसी मामले में फरार अन्य पांच आरोपितों की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है। गांव में पुलिस बल की तैनाती जारी है।
रविवार को गांव हसनपुर निवासी अमन पुत्र संजय शर्मा, विशाल उर्फ गोलू पुत्र अमरपाल का पबजी गेम की आइडी को लेकर विवाद हुआ था। इसने सोमवार को खूनी संघर्ष का रूप ले लिया था। इस मामले में एक पक्ष द्वारा फायरिग करने से छर्रा लगने से रितू, पूजा तथा उनका भाई मोहित पुत्र राजकुमार व अमन का पिता संजय घायल हो गया था। सभी घायलों को शामली सीएचसी में उपचार दिलाया गया था। पूजा को गंभीर हालत में हायर सेंटर रेफर किया था। बताया गया कि उसे आंख के पास छर्रा लगने के कारण परिजन उपचार के लिए दिल्ली ले गए। उधर, नगर कोतवाली पुलिस ने घायल संजय शर्मा के पिता श्रीनिवास की तहरीर पर श्रीपाल, विक्की उर्फ विक्रांत, विशाल उर्फ गोलू, शीशपाल, अरनव व अमित के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस आरोपितों को तलाश रही है। लांक चौकी प्रभारी दारोगा नरेश पाल ने बताया कि एक आरोपित श्रीपाल को गांव हसनपुर में गेट के पास से पकड़ लिया गया। उसके पास से एक देशी पोनी बंदूक, एक खोखा व दो जिदा कारतूस बरामद हुए हैं। आरोपित ने बताया है कि इसी बंदूक से उसने फायरिग की थी। उसका चालान कर दिया गया है। अन्य फरार पांच आरोपितों की तलाश की जा रही है। गांव में पुलिस बल को सुरक्षा के मद्देनजर तैनात किया गया है।
हमें गांव से बाहर निकालना चाहते हैं आरोपित
पबजी प्रकरण में फायरिग के मामले में पीड़ित संजय शर्मा पक्ष ने तो मुकदमा दर्ज कराया ही है। साथ ही इसी मामले में दो युवतियों व उनके भाई के घायल होने पर परिजनों ने भी पुलिस को तहरीर दी है। हसनपुर निवासी सुरेंद्र शर्मा ने पुलिस को तहरीर देकर कहा कि हमलावर लोग संजय शर्मा को गोली मारने के बाद उनके भाई राजकुमार के घर में घुस आए और जान से मारने की नीयत से गोली चलाई, जिसमें उनकी दो भतीजी, भतीजा तथा एक कटिया छर्रा लगने से घायल हुई है। हमलावर श्रीपाल आदि ने वर्ष 2019 में उनके घेर का दरवाजा तोड़कर चोरी की थी। कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कराया गया था। आरोपित लोग उन्हें परिवार सहित गांव से निकालना चाहते हैं। उधर, पुलिस ने तहरीर मिलने से इन्कार किया है।

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