संदिग्ध आतंकियों में शामली का आजाद भी...मुजफ्फनगर से हासिल की हाफिज की तालीम, कोलकाता की जमात में भी रहा
शामली के झिंझाना निवासी आज़ाद को गुजरात एटीएस ने हथियार तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है। उस पर पाकिस्तान के आईएसआई एजेंट से संबंध रखने का आरोप है। परिवार का दावा है कि आज़ाद को साजिश के तहत फंसाया गया है, वह मदरसे में तालीम ले रहा था। एटीएस ने उसके घर पर जांच की है और मामले की छानबीन जारी है।

शामली के कस्बा झिंझाना के मुहल्ला शेखा मैदान में सलारा में एटीएस द्वारा गुजरात में गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकी का मकान व आजाद सुलेमान। सौ. स्वजन
जागरण संवाददाता, शामली। गुजरात में आतंकवादी निरोधी दस्ते ने जिन तीन संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है, उनमें एक शामली के झिंझाना का रहने वाला 20 वर्षीय आजाद भी शामिल है। आजाद दो दिन पहले ही अपने घर से बुढ़ाना जाने की बात कहकर गया था। स्वजन का कहना है कि गुजरात कैसे पहुंचा, जानकारी नहीं है। एटीएस की ओर से जानकारी मिलने के बाद खुफिया विभाग और पुलिस ने घर पहुंचकर जांच पड़ताल की।
आजाद शामली के झिंझाना क्षेत्र के मुहल्ला शैखामैदान सलारा का रहने वाला है। आजाद के पिता सुलेमान ने बताया कि आजाद साल 2019 में ही मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना स्थित मदरसे में कुरान हाफिज की तालीम लेने चला गया था। वह वहीं रह रहा था। अगस्त 2025 में कोलकाता से 40 दिन की जमात पूरी करने के बाद घर आया था। तब से यहीं था। दो दिन पहले घर से बुढ़ाना जाने की बात कहकर निकला था।
आजाद के भाई शहजाद के पास रविवार ढाई बजे एटीएस का फोन आया और उन्होंने आजाद को आतंकी गतिविधि के आरोप में गिरफ्तार करने की बात कही। शहजाद ने बताया वह चार भाई और दो बहन हैं, सबसे बड़ा शहजाद, आजाद, सुहेल, सुऐब और दो बहनें शहजादी ओर सुमय्या हैं। पिता सुलेमान और भाई शहजाद सोनीपत के बहालगढ़ में राज मिस्त्री का कार्य करते हैं। पिता सुलेमान का कहना है कि उनके पुत्र को साजिश के तहत फंसाया गया है।

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