रामकृष्ण परमहंस के मार्ग पर चलने का संकल्प
हान संत रामकृष्ण परमहंस की जयंती धूमधाम से मनाई गई। उनके चित्र पर पुष्प अर्पित करने के बाद बच्चों को उनके जीवन के बारे में जानकारी दी गई। उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया।
शामली, जेएनएन। महान संत रामकृष्ण परमहंस की जयंती धूमधाम से मनाई गई। उनके चित्र पर पुष्प अर्पित करने के बाद बच्चों को उनके जीवन के बारे में जानकारी दी गई। उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया। इस दौरान कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन भी किया गया।
गुरुवार को शहर के बुढ़ाना रोड स्थित विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान से संबद्ध सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में स्वामी विवेकानंद के गुरु एवं महान संत रामकृष्ण परमहंस की जयंती धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ छात्रों द्वारा सरस्वती वंदना की गई। प्रधानाचार्य आनंद प्रसाद ने रामकृष्ण के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। उसके बाद प्रधानाचार्य ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि रामकृष्ण परमहंस का जीवन दर्शन वर्तमान परिवेश में समाजोत्थान के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। परमहंस ने विभिन्न धर्माे के ग्रंथों का अध्ययन करके सारे विश्व को समरसता, सद्भावना, विश्व बंधुत्व, धर्म और अध्यात्म का संदेश देकर अपनी शिक्षा व विचारों से देश को एकता के सूत्र में बांधने का कार्य किया। उनके द्वारा दिखाया गया मार्ग मानवता के लिए एक प्रेरणा दीप है। इसकी ज्योति अनंतकाल तक मानव जीवन का मार्गदर्शन करती रहेगी। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में आचार्य सोमदत्त आर्य ने परमहंस की जीवन गाथा प्रेरक कविताओं के साथ प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन नीटू कश्यप ने किया। इस दौरान कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन भी किया गया। अंकुर कुमार, मोहर सिंह, ब्रजपाल सिंह, पुष्पेंद्र शर्मा, मधुबन शर्मा, अंकित भार्गव, ब्रिजेश कुमार, अक्षय कुमार, सचिन कुमार, परितोष शर्मा आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।
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