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    हरियाणा बार्डर पर फिर रोके गए धान से लदे ट्रक, लगी वाहनों की कतार...घंटों रहा चक्का जाम

    By Abhishek Kaushik Edited By: Praveen Vashishtha
    Updated: Sun, 26 Oct 2025 03:16 PM (IST)

    Shamli News: शनिवार को हरियाणा बॉर्डर पर धान से भरे ट्रकों को फिर से रोकने से यूपी में लंबा जाम लग गया। ट्रक चालकों को घंटों इंतजार करना पड़ा, क्योंकि हरियाणा पुलिस केवल रजिस्टर्ड ट्रकों को ही अनुमति दे रही थी। किसानों में इस बात को लेकर गुस्सा है कि उन्हें अपनी फसल बेचने के लिए हरियाणा जाना पड़ता है और उन्हें बॉर्डर पर रोका जाता है, जिससे उन्हें भारी परेशानी होती है।

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    हरियाणा बॉर्डर पर लगी धान की रोक के बाद वहानो की लगी कतार।  जागरण

    संवाद सूत्र, जागरण, बिड़ौली (शामली)। शनिवार को हरियाणा बार्डर पर धान से लदे ट्रकों को एक बार फिर रोका गया। इससे यूपी की सीमा में वाहनों की कतार लग गई। शाम को ट्रकों को धीरे-धीरे प्रवेश मिलना शुरू हो गया था। शनिवार को यूपी-हरियाणा बार्डर पर धान के ट्रकों को रोके जाने के कारण वाहनों की लंबी कतार सड़क के दोनों ओर लग गई।

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    इसका असर भी दिखाई दिया और कुछ ही समय बाद वाहनों का आवागमन धीमा हो गया और बाद में वहां जाम लगने लगा। इस कारण लोगों को एक-दो किलोमीटर के सफर को तय करने में घंटों लगे। बताया गया कि हरियाणा सरकार की तरफ से आदेश था कि जिन किसानों के रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर हैं, या फिर जिनके पास बारीक धान है, वह अपनी धान लेकर जा सकते हैं। किसान अब्बास अली निवासी बिड़ौली सादात, मोहब्बत सिंह निवासी रंगना, करतार सिंह निवासी रंगना व शोएब चौधरी निवासी चौसाना आदि ने बताया कि यहां के ट्रकों को लगातार रोका जा रहा है, जिससे चालक और अन्य लोग परेशान हो रहे हैं।

    हरियाणा में तैनात पुलिसकर्मी आदेश बताकर उनको जाने नहीं दे रहे हैं। जाम की वजह से अन्य लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां पर यूपी के अधिकारी भी नहीं आ रहे हैं, जिससे दोनों प्रदेशों के अधिकारियों में बात हो सके और समाधान निकले। हरियाणा बार्डर चौकी प्रभारी मंजीत कुमार ने बताया कि सरकार की तरफ से अब सभी प्रकार के धान पर रोक लगा दी है, क्योंकि मंडियों में जाम लगा हुआ है। पहले हरियाणा के किसानों की धान की बिक्री होगी, और उसके बाद अन्य किसानों को भेजा जाएगा। इनमें भी उनको प्राथमिकता दी जाएगी, जिन्होंने पहले से ही पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया हुआ है।

    हर फसल पर किसानों को ऐसे ही सड़कों पर खड़े रहने को मजबूर होना पड़ता है। बार्डर एरिया के अधिकतर किसान अपनी फसलों को बेचने के लिए हरियाणा में ले जाने के लिए मजबूर हैं, क्योंकि आसपास के क्षेत्र में कोई बड़ी अनाज मंडी नहीं है इस कारण मजबूरी में किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए हरियाणा में जाना पड़ता है और हर फसल पर वे लोग किसाने की फसलों को बंद कर बॉर्डर पर ही रोक देते हैं जिस कारण कहीं कई दिनों तक किसानों को भूखे प्यासे बार्डर पर अपनी फसल लेकर खड़ा रहना पड़ता है। प्रशासन के कुछ नहीं करने से किसानों में रोष है।