शामली में हो रही हर-हर महादेव के जयकारों की गूंज
शामली जेएनएन। आगामी एक मार्च को महाशिवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। इसके लिए हरिद्वार से ...और पढ़ें

शामली, जेएनएन। आगामी एक मार्च को महाशिवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। इसके लिए हरिद्वार से गंगाजल लेकर कांवड़िएं शामली से गुजरने रहे हैं। इनमें अधिकतर हरियाणा और राजस्थान राज्य के कांवडिएं पहुंच रहे हैं। बोल बम व हर-हर महादेव के जयकारों के साथ शिवभक्त शामली से होकर गुजरने से शिवमय माहौल हो रहा है।
पिछले वर्ष श्रावण माह में कोरोना संक्रमण के चलते कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगा हुआ था। हालांकि इसके बावजूद कुछ भक्त गंगाजल लेकर आए थे और शिवलिग का अभिषेक किया था। 28 फरवरी को त्रियोदशी है और एक मार्च को चतुर्दशी है। फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि मनाई जाती है। राजस्थान के साथ ही हरियाणा के शिवभक्त कांवड़ लेकर शामली से गुजरना शुरू हो गए हैं। जैसे-जैसे महाशिवरात्रि नजदीक आ रही है। शिवभक्तों की संख्या बढ़ने लगी है। डाक कांवड़ लेकर भी भक्त यहां से जाएंगे। हालांकि कहीं पर कांवड़ियों के ठहरने, भंडारे आदि की व्यवस्था नहीं है। यह व्यवस्था काफी सामाजिक एवं धार्मिक संगठन श्रावण मास की कांवड़ यात्रा में ही करते हैं। शामली से भी महाशिवरात्रि से एक दिन पहले काफी लोग बाइक-स्कूटी, कार आदि से हरिद्वार से गंगाजल लेकर आएंगे और शिवलिग का जलाभिषेक करेंगे।
जर्जर विद्युत तार टूटने से लगी आग, गन्ने की फसल जली
शामली, जेएनएन। जर्जर हाईटेंशन विद्युत लाइन का तार टूटकर गिर जाने से किसान के गन्ने की फसल में भीषण आग लग गई। इसमें करीब दो बीघा फसल जलकर नष्ट हो गई। पीड़ित ने जर्जर लाइन को हटवाने व मुआवजा दिलवाये जाने की मांग की है।
गांव मोहम्मदपुर राई निवासी हाजी नफीस पुत्र डा. अली हसन का खेत गांव के ही निकट स्थित है। जहां उसने गन्ने की फसल लगा रखी है। खेत के ऊपर से गुजर रही जर्जर हाईटेंशन विद्युत लाइन का तार टूट गया, जिस कारण भीषण आग लग गई। किसान की सूचना पर ग्रामीण मौके की ओर दौड़े, जिन्होंने बमुश्किल आग पर काबू पाया। लेकिन, तब तक करीब दो बीघा गन्ने की फसल जलकर नष्ट हो चुकी थी। पीड़ित ने बताया कि खेत के ऊपर से गुजर रही जर्जर हाईटेंशन लाइन के कारण हादसे की आशंका बनी रहती है। पूर्व में भी तार टूटकर गिर गया था, जिसमें खेत में कार्य कर रहे मजदूर बाल-बाल बच गए थे। इस संबंध में ऊर्जा निगम को अवगत कराया गया, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जाता है। पीड़ित किसान ने जर्जर लाइन को हटवाने व मुआवजा दिलवाने की मांग की है।

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