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    बाजार में खाद और दवाइयों से लेकर सीमन तक मिला नकली

    By Brijesh KumarEdited By: Jagran News Network
    Updated: Sat, 27 Sep 2025 12:09 AM (IST)

    - जांच के लिए

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    बाजार में खाद और दवाइयों से लेकर सीमन तक मिला नकली

    - जांच के लिए लैब भेजे गए नमूनों में नहीं मिली खाद

    शामली : कैराना में नकली खाद व कीटनाशक बनाए जा रहे थे। यहां से लिए दो नमूनों को राजकीय प्रयोगशाला ने वापस कर दिया है, जांच में यह किसी भी प्रकार का फर्टीलाइजर नहीं मिला है। इससे स्पष्ट है कि नकली सामग्री तैयार कर बाजारों में खपाई जा रही थी। पिछले दिनों जिला कृषि विभाग की छापेमारी में नकली फैक्ट्री का राजफाश हुआ था। वहीं बुटराड़ा व मोहम्मदपुर राई से लिए छह नमूनों में चार फेल पाए गए हैं।

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    जिला कृषि विभाग को 26 अगस्त को कैराना में नकली खाद व बीज निर्माण करने की फैक्ट्री की सूचना मिली थी, जिसके आधार पर डीएम के निर्देशन में टीम का गठन कर छापेमारी कराई गई। जिला कृषि अधिकारी प्रदीप यादव ने यहां बिना लाइसेंस व नियम-कायदों के चलाई जा रही फैक्ट्री पर सील लगाते हुए संचालक बकाउल्ला पर एफआइआर दर्ज कराई थी। वहीं दो नमूनों को एकत्रित कर राजकीय प्रयोगशाला भेजा गया था। इसके साथ ही बुटराड़ी व मोहम्मदपुर राई में भी नकली खाद व बीज निर्माण व बिक्री की सूचना पर छापेमारी की गई थी। यहां से भी तीन-तीन नमूने एकत्रित कर प्रयोगशाला को भेजे गए थे। इन सभी नमूनों की जांच रिपोर्ट विभाग को प्राप्त हो चुकी है। इसमें खास बात यह है कि कैराना में पकड़ी गई फैक्ट्री में नकली खाद व कीटनाशक ही बिक रहा था, क्योंकि राजकीय प्रयोगशाला ने दोनों नमूने वापस कर दिए है, क्योंकि यह दोनों नमूने न तो खाद के रहे और न ही कोई कीटनाशक ही है, जबकि इन्हें पैकिंग कर खाद कीटनाशक की तरह बिक्री किया जा रहा था। बुटराड़ा के तीन नमूने लिए गए थे, जिनमें सभी नमूने पूरी तरह से फेल मिले है। वहीं मोहम्मदपुर राई में तीन नमूनों से दो नमूने पास व एक फेल रहा है। वहीं चीनी मिल ऊन में मिले तीन नमूने नीम कोटेड यूरिया के मिले थे।

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    इन्होंने कहा...

    जिले में ऊन चीनी मिल समेत चार स्थलों पर छापेमारी की गई थी, जिनमें कैराना में नकली फैक्ट्री से लिए दो नमूने वापस किए गए है। राजकीय लैब में इनकी खाद या कीटनाशक में पुष्टि नहीं हुई है। वहीं अन्य नमूनों में दो नीम कोटेड व फेल तथा दो पास आए है।

    - प्रदीप कुमार यादव, जिला कृषि अधिकारी

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    नकली सीमन की शिकायत, सीवीओ ने दिया नोटिस

    तमाम तरह के नकली उत्पादों के बाद अब नकली सीमन की शिकायत भी अधिकारियों से की गई है। हकीकत जानने के लिए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने सीमन केंद्र का निरीक्षण किया और संचालक को नोटिस थमा दिया। तीन दिन के अंदर संचालक को केंद्र के रजिस्ट्रेशन से लेकर अन्य बिंदुओं की जानकारी देनी होगी। पिछले सप्ताह कलक्ट्रेट में किसान दिवस का आयोजन किया गया था। इस दौरान एक व्यक्ति ने झिंझाना क्षेत्र में सीमन केंद्र खुले होने और नकली सीमन दिए जाने की शिकायत की थी। इसकी जांच जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को सौंपी थी। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी चंद्रभानु कश्यप ने केंद्र पर पहुंचकर जांच की। उन्होंने बताया कि केंद्र संचालक मौके पर नहीं मिला। वहां पर उनके पिता मौजूद थे। उनसे केंद्र के बारे में जानकारी की तो वह कुछ नहीं बता पाए। केंद्र किसके नाम पर रजिस्टर्ड है, लैब कहां हैं, सीमन की टेस्टिंग कैसे और कौन करता है, यह भी नहीं बता पाए। सीवीओ ने बताया कि केंद्र संचालक करनाल में रहता है। शुरुआती जांच में पता चला कि करनाल के चिकित्सक यहां पर विजिट पर आता है, लेकिन उसके एग्रीमेंट के बारे में भी जानकारी नहीं मिली। इसके चलते ही नोटिस जारी किया है। केंद्र संचालक को अपने सभी दस्तावेज लेकर आने के लिए कहा गया है। इसके लिए तीन दिन का समय दिया गया है। दस्तावेजों की जांच के बाद फिर से केंद्र संचालक को बुलाया जाएगा।

    केंद्र में 48 छोटे बड़े बैल : सीवीओ ने बताया कि केंद्र में छोटे बड़े कुल मिलाकर 48 बैल थे। इमनें से कुछ हरियाणा, साहिवाल और क्रास नस्ल के थे। एक टिनशेड में केंद्र का संचालक किया जा रहा है। वहां पर जिनोमिक चार्ट भी नहीं था, जिससे यह पता चलता है कि नस्ल कौन सी है। नोटिस में सभी बिंदुओं को जिक्र किया गया है। दस्तावेज आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।