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    धान क्रय खरीद के लिए ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन कराएं किसान

    By JagranEdited By:
    Updated: Sat, 18 Sep 2021 05:08 PM (IST)

    जिलाधिकारी जसजीत कौर ने कहा कि आगामी एक अक्टूबर से धान क्रय केंद्रों पर खरीद के लिए किसानों को खाद्य विभाग के ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन कराना जरूरी है। उन्होंने बताया कि प्रारंभ हो चुके हैं।

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    धान क्रय खरीद के लिए ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन कराएं किसान

    जेएनएन, शामली। जिलाधिकारी जसजीत कौर ने कहा कि आगामी एक अक्टूबर से धान क्रय केंद्रों पर खरीद के लिए किसानों को खाद्य विभाग के ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन कराना जरूरी है। उन्होंने बताया कि प्रारंभ हो चुके हैं।

    डीएम ने कहा कि जिन किसानों का रबी विपणन वर्ष 2021-22 में गेंहू विक्रय के लिए पंजीकरण हो चुका है। उन्हें भी दोबारा पंजीकरण कराना होगा। किसान पंजीकरण के समय अपने आधार में फीड मोबाइल नंबर अंकित कराएं। एसएमएस पर प्रेषित ओटीपी नंबर को भरकर पंजीकरण प्रक्रिया को पूर्ण करे। डीएम ने कहा कि कृषक पंजीयन प्रपत्र में अपना बैंक खाता संख्या, आईएफएससी कोड, भूमि का रकबा, बोये धान का रकबा आदि सावधानी पूर्वक भरें, ताकि समय से सत्यापन हो सके। बिना पंजीयन कृषक सरकारी केंद्र पर अपना धान विक्रय नहीं कर पाएंगे। किसानों को धान विक्रय के लिए न्यूतम समर्थन मूल्य रुपये 1940 प्रति कुंतल कामन धान व रुपये 1960 प्रति कुंतल ग्रेड ए धान दर से भुगतान किया जाएगा।

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    वेबसाइट पर अभी नहीं दिख रहे कच्चे कैलेंडर

    गन्ना किसानों को ईआरपी की वेबसाइट पर कच्चे कैलेंडर नहीं दिख रहे हैं। तकनीकी समस्या दूर होने और सभी कैलेंडर अपलोड होने में अभी कुछ समय लग सकता है। इसके बाद ही सट्टा प्रदर्शन मेले की तिथि घोषित की जाएगी।

    गन्ना विभाग को दस सितंबर को कच्चे कैलेंडर ईआरपी की वेबसाइट पर अपलोड करने थे, 13 सितंबर से यह काम शुरू भी हो चुका है। अब समस्या यह आ रही है कि किसानों को कैलेंडर दिखाई नहीं दे रहे हैं।

    जिला गन्ना अधिकारी विजय बहादुर सिंह ने बताया कि वेबसाइट की तकनीकी समस्या जल्द दूर हो जाएगी। इसके बात सहकारी गन्ना विकास समिति स्तर पर होने वाले मेले का पूरा कार्यक्रम भी जारी कर दिया जाएगा। सट्टा संबंधित आपत्ति का निस्तारण गांव-गांव जाकर भी किया गया है।

    शासन से 30 सितंबर तक सट्टा प्रदर्शन मेला आयोजित करने के निर्देश मिले हैं। कोशिश है कि 20 अक्टूबर से पेराई सत्र शुरू हो जाए और इससे पहले फाइनल यानी पक्के कैलेंडर जारी कर दिए जाएंगे। चीनी मिलों में मरम्मत आदि के अधिकांश कार्य हो चुके हैं। वहीं, अपर दोआब चीनी मिल शामली के वरिष्ठ प्रबंधक (गन्ना) दीपक राणा का कहना है कि अभी पेराई सत्र शुरू करने की तिथि तय नहीं हुई है।