मृदुभाषी और बेहद सादगीपूर्ण व्यक्ति थे डा. आरपी सिंह
शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक आरपी सिंह ने संदिग्ध परिस्थितियों में आत्महत्या कर ली। वह पिछले 20 सालों से शहर में क्लीनिक चला रहे थे। उनकी मौत के बाद शहर में शोक की लहर है। हालांकि उनकी मौत का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। उनकी मौत के बाद क्लीनिक पर भी मातम छाया हुआ है।

शामली, जेएनएन। शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक आरपी सिंह ने संदिग्ध परिस्थितियों में आत्महत्या कर ली। वह पिछले 20 सालों से शहर में क्लीनिक चला रहे थे। उनकी मौत के बाद शहर में शोक की लहर है। हालांकि उनकी मौत का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। उनकी मौत के बाद क्लीनिक पर भी मातम छाया हुआ है।
शहर के बुढ़ाना रोड स्थित कैलाश नर्सिग होम के संचालक और एमबीबीएस एमडी (ईएनटी) डा. आरपी सिंह 20 सालों से अधिक समय से क्लीनिक चला रहे थे। डा. आरपी सिंह मूल रूप से मेरठ के गांव धंजू (पल्लवपुरम के पास) निवासी थे। बताया जा रहा है कि वह शनिवार शाम अपनी पत्नी डा. अलका सिंह के साथ देहरादून के लिए गए थे, लेकिन रास्ते में किसी बात को लेकर उन्होंने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
उनकी मौत की सूचना के बाद शहर में शोक की लहर दौड़ गई। आइएमए शामली के अध्यक्ष डा. अकबर खान ने बताया कि डा. आरपी सिंह बहुत खुशमिजाज, सरल और सादगीपूर्ण व्यक्ति थे। बीते शुक्रवार को ही उनकी एक शादी में डा. आरपी सिंह से मुलाकात हुई थी। कहीं से कहीं तक कोई तनाव उनके चेहरे पर नहीं था। पहले की तरह ही वे हंसी-मजाक कर रहे थे। अब क्या ऐसी परिस्थिति रहीं कि उन्हें जान देनी पड़ी। इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है। उनकी मौत की खबर के बाद क्लीनिक पर लोगों का आना-जाना लगा रहा। डा. आरपी सिंह ने किन कारणों से आत्महत्या की है। इसका कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है।
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